Hardeep Singh Nijjar Murder Case: खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत पर तीन भारतीयों की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शनिवार को कहा कि कनाडा एक मजबूत और स्वतंत्र न्याय प्रणाली वाला कानून-सम्मत देश है. सीबीएस की रिपोर्ट के अनुसार, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने मामले में तीन लोगों का नाम 28 वर्षीय करणप्रीत सिंह, 22 वर्षीय कमलप्रीत सिंह और 22 वर्षीय करण बराड़ बताया है.


पुलिस ने बताया कि तीनों को शुक्रवार को अलबर्टा के एडमॉन्टन शहर से गिरफ्तार किया गया. सीबीएस की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को टोरंटो में सिख विरासत का जश्न मनाने वाले एक समारोह में जस्टिन ट्रूडो ने कहा, "यह महत्वपूर्ण है क्योंकि कनाडा एक मजबूत और स्वतंत्र न्याय प्रणाली के साथ-साथ अपने सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए मौलिक प्रतिबद्धता वाला देश है जहां कानून का पालन होता है."


जस्टिन ट्रूडो ने फिर लगाए ये गंभीर आरोप


कनाडाई प्रधानमंत्री ने कहा, "जैसा कि आरसीएमपी ने कहा है, जांच जारी है, साथ ही एक अलग और विशिष्ट जांच कल गिरफ्तार किए गए तीन लोगों की संलिप्तता तक सीमित नहीं है." यही नहीं शनिवार को जस्टिन ट्रूडो ने कथित तौर पर आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या के बाद कनाडा के सिख समुदाय के कई लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "हर कनाडाई को कनाडा में भेदभाव और हिंसा के खतरों से सुरक्षित और मुक्त रहने का मौलिक अधिकार है."


एस जयशंकर ने दिया कनाडा सरकार को जवाब


इस बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा में जो कुछ हो रहा है, वह ज्यादातर उनकी आंतरिक राजनीति के कारण है और इसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है. एस जयशंकर ने कहा कि खालिस्तान समर्थक लोगों का एक वर्ग कनाडा के लोकतंत्र का उपयोग कर रहा है, एक लॉबी बना रहा है और वोट बैंक बन गया है. कनाडा में सत्तारूढ़ पार्टी के पास संसद में बहुमत नहीं है और कुछ पार्टियां खालिस्तान समर्थक नेताओं पर निर्भर हैं.


कनाडा की सरकार नहीं करती है सहयोग


जयशंकर ने कहा, ''हमने कनाडा सरकार को कई बार ऐसे लोगों को वीजा, वैधता या राजनीतिक स्थान नहीं देने की अपील की है, जो दोनों देशों के बीच संबंधों के लिए समस्या पैदा कर रहे हैं, लेकिन कनाडा की सरकार कभी कुछ नहीं किया. भारत ने उनसे 25 लोगों के प्रत्यर्पण की मांग की थी, जिनमें से अधिकतर खालिस्तान समर्थक हैं, लेकिन यहां भी सरकार ने सहयोग नहीं किया.'' एस. जयशंकर ने आगे कहा कि कनाडा ने कभी कोई सबूत नहीं दिया. उनकी पुलिस एजेंसियां भी हमारे साथ सहयोग नहीं करती हैं. कनाडा में भारत पर आरोप लगाना उनकी राजनीतिक मजबूरी है. जैसे-जैसे कनाडा में चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे वहां वोट बैंक की राजनीति बढ़ती जा रही है.


हरदीप सिंह निज्जर की हत्या


45 वर्षीय हरदीप सिंह निज्जर की जून 2023 में बड़ी सिख आबादी वाले वैंकूवर उपनगर सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कुछ महीने बाद जस्टिन ट्रूडो ने इसमें भारत सरकार की संलिप्तता के आरोप लगाए थे. इसके बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संकट पैदा हो गया था. हरदीप सिंह निज्जर एक कनाडाई नागरिक था जो खालिस्तान से जुड़े अभियान चलाता था.


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