Balurghat to Tura Corridor: भारत विकसित राष्ट्र बनने के पथ पर लगातार आगे बढ़ रहा है. देश में दिन प्रतिदिन नए कार्य हो रहे हैं. भारत सरकार को पता है कि देश के विकाश में सड़कों का कितना अहम योगदान है. यही वजह है कि सुदूर स्थित प्रदेशों को भी मुख्य शहरों से जोड़ा जा रहा है. इसी कड़ी में पूर्वोत्तर के राज्यों को प्रमुख शहरों से जोड़ने के लिए भारत सरकार ने अहम कदम उठाया है. इस दौरान बांग्लादेश का भी भारत को समर्थन प्राप्त हो रहा है. 


दरअसल, भारत के पूर्वोत्तर प्रदेशों में एक मेघालय से पश्चिम बंगाल की दूरी 588 किमी है. इससे यात्रियों को ज्यादा खर्च के साथ-साथ समय भी लगता है. भारत सरकार ने वहां के निवासियों के लिए अहम कदम उठाया है. मेघालय के तुरा शहर से पश्चिम बंगाल में स्थित बालुरघाट जिले तक हाइवे बनाने का प्लान तैयार किया है.


बांग्लादेश से होते हुए पश्चिम बंगाल आएगी ये सड़क


यह मेगा प्रोजेक्ट बांग्लादेश होते हुए पश्चिम बंगाल तक आएगी. इस बीच तुरा से बालुरघाट की दूरी महज 120 किमी रह जाएगी. अगर भारत का यह मेगा प्लान कामयाब रहा तो वह दिन दूर नहीं जब पूर्वोत्तर के प्रदेशों में भी तेजी आ जाएगी.


गौरतलब है कि यह कोई नया राजमार्ग नहीं है. 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच शुरू हुए जंग तक यह आम नागरिकों के लिए खुला हुआ था. हालांकि, 1971 के जंग के बाद इसे भारतीय आम नागरिकों के लिए बंद कर दिया गया था. मौजूदा समय में भारत के साथ-साथ बांग्लादेशी नागरिक भी इस राजमार्ग को खोलने की मांग कर रहे हैं. जिसके बाद दोनों देशों की सरकार इसे खोलने पर तैयार हुई है. 


पाकिस्तान को मिर्ची लगनी तय!


भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ती नजदीकी से पाकिस्तान को मिर्ची लगनी तय है. 1947 में हुए बंटवारे के बाद से पाकिस्तान लगातार भारत को परेशान कर रहा है, लेकिन भारत मौजूदा समय में पड़ोसी देश से हर क्षेत्र में भारत आगे चल रहा है. एक्सपर्ट की राय तो यह है कि भारत का मुकाबला अब पाकिस्तान के साथ है ही नहीं. उसकी मौजूदा लड़ाई अब चीन के साथ है.


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