बाइडन प्रशासन ने जोर देकर कहा है कि भारत, अमेरिका का एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है और उन्हें उम्मीद है कि यह संबंध भविष्य में भी इसी तरह बरकरार रहेंगे. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर भारत में लोकसभा चुनावों से पहले भारतीय सरकार पर कुछ लेख और आलोचनात्मक राय के परिदृश्य में अमेरिका-भारत संबंधों पर सोमवार (15 अप्रैल) को संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब दे रहे थे.

मैथ्यू मिलर ने भारत में कथित तौर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को नुकसान पहुंचाए जाने और विपक्षी दलों पर कथित कार्रवाई के संबंध में विदेश मंत्रालय द्वारा जारी हालिया बयानों पर एक सवाल के जवाब में कहा, 'भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. यह अमेरिका का एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है और मुझे उम्मीद है कि आगे भी यह सिलसिला बना रहेगा.' अमेरिकी अधिकारी हाल के दिनों में दोहरा चुके हैं कि भारत एक महत्वपूर्ण साझेदार है तथा दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे.

भारत ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता दिखाई है, बोले अमेरिकी सांसदअमेरिकी रक्षा मंत्रालय के शीर्ष खुफिया अधिकारी ने संसद में बताया कि साल 2023 में भारत ने चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने और रूस के उपकरणों पर अपनी निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से अपनी सेना को आधुनिक बनाने के लिए कदम उठाए. रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल जेफरी क्रूस ने चीन का मुकाबला करने के लिए रक्षा खुफिया जानकारी के विषय पर संसद में चल रही बैठक के दौरान यह बात कही. उन्होंने सदन सशस्त्र सेवा समिति और खुफिया उपसमिति के सदस्यों को बताया, 'पिछले वर्ष भारत ने जी-20 के आर्थिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर खुद को एक वैश्विक अगुआ के रूप में प्रदर्शित किया है और पूरे हिंद प्रशांत क्षेत्र में पीआरसी (People's Republic of China) की गतिविधि का मुकाबला करने की इच्छा जाहिर की है.'

उन्होंने कहा कि भारत ने प्रशिक्षण और रक्षा बिक्री के माध्यम से फिलीपीन जैसे क्षेत्रीय दक्षिण चीन सागर दावेदारों के साथ हिंद प्रशांत क्षेत्र में उन्नत साझेदारी की है और अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस व जापान के साथ अपने सहयोग को और मजबूत किया है. क्रूस ने कहा, 'वर्ष 2023 में भारत ने चीन से प्रतिस्पर्धा करने और रूसी उपकरणों पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए अपनी सेना को आधुनिक बनाने के लिए कदम उठाए. भारत ने स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत का समुद्री परीक्षण किया और प्रमुख रक्षा प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण पर कई पश्चिमी देशों के साथ बातचीत भी की है.'

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