कराची: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक हिंदू लड़के को कथित तौर पर ईशनिंदा (ब्लासफेमी) संबंधित चीजें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है. उसकी उम्र 19 साल की है. मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी सामने आई है. पाकिस्तानी अखबार डॉन की खबर में कहा गया कि स्थानीय धर्मगुरू मोहम्मद अनवर सूमरू की शिकायत पर युवक को सिंध प्रांत के मिरवाह गोरचानी में मीरपुर खास से गिरफ्तार किया गया.
सूमरू ने युवग पर मुस्लिम लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि संदिग्ध युवक ने 30 जुलाई से अपने फेसबुक अकाउंट पर 'बेहद विवादास्पद' टिप्पणी की जो मुस्लिमों की धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली थी. इस कारण उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की. अखबार ने कहा कि मीरपुरखास के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आबिद अली बलोच के आदेश पर पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 295- ए के तहत युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. आरोपी युवक अगर इस मामले में दोषी करार दिया जाता है तो पाकिस्तान मेें इस मामले के कानून के तहत उसे 10 साल तक की कैद की सजा हो सकती है. फिलहाल गिरफ्तारी के बाद युवक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
मामले पर एडवोकेट और उसी क्षेत्र के मानवाधिकार कार्यकर्ता कासिफ बजीर ने इस घटना की पूरी जांच की मांग उठाई है. स्थानीय लोगों ने बताया कि अपनी किशोर बहन के इस्लाम धर्म अपना लेने से युवक व्यथित था. इसी कारण वह सोशल मीडिया पर इस तरह की चीजें लिख रहा था.
पाकिस्तान में हुन्दू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक वर्ग है. सरकारी डेटा के अनुसार पाकिस्तान में 75 लाख हिन्दू रहते हैं. वहीं कम्यूनिटी बेसिस पर 90 लाख लोगों के पाकिस्तान में रहने का अनुमान है. पाकिस्तान में हिन्दुओं की अधिकांश आबादी सिंध प्रांत में रहती है, जहां हिन्दू धर्म के लोग मुस्लिमों से कल्चर, लैंग्वेज और ट्रेडिशन शेयर करते हैं.