Hafiz Abdul Salam Bhuttavi Death: आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक सदस्य और आतंकी हाफिज सईद के करीबी हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी की पाकिस्तान की जेल में मौत हो चुकी है. यह पुष्टि 7 महीने बाद हुई है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी हाफिज सईद का डिप्टी था और मुंबई हमलों में शामिल गुर्गों को तैयार करने में उसने भूमिका निभाई थी.


वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, जब हाफिज सईद को हिरासत में लिया गया था तब भुट्टावी ने कम से कम दो मौकों पर लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा के कार्यवाहक के रूप में कार्य किया था.




हाफिज सईद के हिरासत में जाने पर संभालता था संगठन


नवंबर 2008 के मुंबई हमलों के कुछ दिनों बाद हाफिज सईद को हिरासत में लिया गया था और जून 2009 तक हिरासत में रखा गया था. इस अवधि के दौरान भुट्टावी ने समूह के दिन-प्रतिदिन के कार्यों को संभाला था और संगठन की ओर से मुक्त निर्णय लिए थे. हाफिज सईद को मई 2002 में भी हिरासत में लिया गया था.


भुट्टावी ने मुंबई में आतंकी हमले के लिए गुर्गों को किया था तैयार


भुट्टावी लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा के प्रमुख लोगों में से था. वह संगठन के सदस्यों को निर्देश देता था और लश्कर और जमात-उद-दावा के ऑपरेशंस के लिए फतवा जारी करता था. उसने अपने भाषणों के जरिए नवंबर 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के लिए गुर्गों को तैयार करने में मदद की थी. मुंबई हमलों में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे और कई लोग घायल हुए थे.


भुट्टावी लश्कर और जेयूडी के मदरसा नेटवर्क के लिए जिम्मेदार था. 2002 के मध्य में वह पाकिस्तान के लाहौर में लश्कर-ए-तैयबा का संगठनात्मक बेस स्थापित करने का प्रभारी था. भुट्टावी की 29 मई 2023 को पंजाब प्रांत के मुरीदके में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी. उस समय वह पाकिस्तान सरकार की हिरासत में था.


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