Abortion Policy: गूगल की पैरेंट कंपनी अल्‍फाबेट इंक (Alphabet Inc) के 650 से ज्यादा कर्मचारियों ने एक याचिका जमा की है. इसमें उन्होंने गर्भपात नीति में (Abortion Policy) बदलाव करने की मांग की है. हालांकि, गूगल ने याचिका पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. इस याचिका में कॉन्ट्रैक्टर्स को गर्भपात लाभ देने, गर्भपात विरोधी राजनेताओं का डोनेशन निलंबित करने जैसी कई मांगे रखी गईं थी. 

इस याचिका में जून में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद से संयुक्त राज्य भर में हो रही चिंताओं को दर्शाया गया है. इसमें यूजर्स को गर्भपात से संबंधित दुष्प्रचार और पुलिस अनुरोधों से बचाने की मांग भी रखी गई है. साथ ही कहा गया है कि, लोगों को गर्भपात के लिए दूसरे राज्यों की यात्रा करने का पैसा भी मिलना चाहिए. 

कॉन्ट्रैक्टर्स को भी मिलने चाहिए गर्भपात लाभ 

Google सहित कई कंपनियों ने गर्भपात की मांग करने वाले कर्मचारियों की सहायता के लिए नीतियां स्थापित की हैं. अल्फाबेट के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अस्थायी कर्मचारियों और ठेकेदारों को भी यह लाभ मिलना चाहिए. उन्होंने अपनी मांग में कहा कि कॉन्ट्रैक्टर्स को भी उन राज्यों की यात्रा के लिए पैसा मिलना चाहिए, जहां गर्भपात के लिए प्रक्रिया कानूनी है. 

गर्भपात प्रतिबंधित राज्यों में रहते हैं कई श्रमिक 

अलेजांद्रा बीट्टी, अल्फाबेट हेल्थकेयर सब्सिडियरी वेरीली के तकनीकी कार्यक्रम प्रबंधक और याचिका के सह-प्रमुख ने कहा कि हजारों श्रमिक गर्भपात को प्रतिबंधित करने वाले राज्यों में रहते हैं. ऐसे में उन्हें भी लाभ मिलना चाहिए. इसके अलावा, याचिका में कहा गया है कि अल्फाबेट को गर्भपात की पहुंच को प्रतिबंधित करने के लिए प्रचार करने वाले समूहों और उम्मीदवारों के लिए राजनीतिक योगदान को निर्देशित नहीं करना चाहिए. 

याचिका में यह भी कहा गया है कि गूगल (Google) को संकट गर्भावस्था केंद्रों (Crisis Pregnancy Ccenters) के लिए किए गए सर्च रिजल्ट को हटा देना चाहिए, जो लोगों को गर्भपात से रोकने की कोशिश करते हैं. 

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