G20 Summit 2023: भारत में जी 20 शिखर (G20 Summit) सम्मेलन का सफलतापूर्वक समापन हो गया चुका है. जी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन देश की राजधानी दिल्ली में 9 से 10 सितंबर के बीच किया गया था. इस दौरान दुनिया भर के 29 देशों के प्रमुखों ने सम्मेलन में हिस्सा लिया था. इसी दौरान जी 20 शिखर सम्मेलन के आखिरी दिन यानी रविवार (10 सितंबर) को कई देशों के प्रमुख महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के (Narendra modi) साथ राजघाट पहुंचे थे.
नरेंद्र मोदी के साथ राजघाट पहुंचने वाले नेताओं में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, UK के पीएम ऋषि सुनक सहित ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज और तुर्किए के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन शामिल हुए थे. बीबीसी के रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान सऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान राजघाट पर मौजूद नहीं थे, जबकि वो सम्मेलन में भाग लेने के लिए शनिवार को ही दिल्ली पहुंच गए थे.
क्रॉउन प्रिंस के राजघाट से नदारद रहने की वजहबीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के राजघाट से नदारद रहने पर जानकारों का कहना है कि उनका महात्मा गांधी के समाधि पर न जाना किसी तरह का अपमान करना नहीं था. बल्कि ये उनकी सलफी विचारधारा हो सकती है.
आपको बता दें कि सलफी या अहले हदीस इस्लाम धर्म में से जुड़ी एक विचारधारा है, जिसके मुताबिक वो किसी भी समाधि या मजार पर नहीं जाते हैं. इस्लाम धर्म में सलफी विचारधारा को मानने वालों के नजर में समाधि या कब्र को पक्का बनाना भी गलत माना जाता है.
भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद की द्विपक्षीय बैठकसऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान जी 20 शिखर सम्मेलन के खत्म होने के 1 दिन बाद भी रुके हुए रहे. उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद की द्विपक्षीय बैठक की. इस बैठक दौरान दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान में सुरक्षा और स्थिरता सहित समावेशी सरकार के गठन के महत्व पर जोर दिया, जो अफगान लोगों के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करती हो.
मोदी और बिन सलमान ने सभी देशों से अन्य देशों के खिलाफ आतंकवाद के इस्तेमाल को खारिज करने, आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने और आतंकवाद के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान किया. बयान के मुताबिक, दोनों नेताओं ने दोनों मित्र देशों में सुरक्षा और स्थिरता हासिल करने के लिए सहयोग बढ़ाने की अपनी इच्छा दोहराई.
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