वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन ने पिछले साल हुए अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में ट्रंप के प्रचार और रूस के बीच संभावित साठगांठ को लेकर एफबीआई को झूठा बयान देने का अपराध स्वीकार कर लिया है. इसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए झटका के तौर पर देखा जा रहा है.


फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (एफबीआई) के पूर्व निदेशक रॉबर्ट मूलर पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के आरोपों की जांच कर रहे हैं. मूलर ने घोषणा की कि फ्लिन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अमेरिका में तत्कालीन रूसी राजदूत के साथ अपनी बातचीत के बारे में एफबीआई को जानबूझकर झूठा और काल्पनिक बयान दिया था.


वॉशिंगटन पोस्ट ने इसे मूलर की व्यापक जांच का एक और अहम घटनाक्रम करार दिया. फ्लिन के आरोपों को स्वीकार करने के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि 58 साल के फ्लिन को झूठा बयान देने के आरोप में फरवरी में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद से बर्खास्त कर दिया गया था.