Russian Former Soldier: रूस (Russia) के पूर्व सैनिक कॉन्स्टेंटिन एफ़्रेमोव ने एक इंटरव्यू में बताया कि वो यूक्रेन (Ukraine) के सैनिकों को गोली मार देते थे और रेप करने की धमकी देते थे. कॉन्स्टेंटिन एफ़्रेमोव रूस के पूर्व सीनियर आर्मी अधिकारी हैं. उन्होंने खुले तौर पर अत्याचार करने वाली बात कबूली. उन्होंने कहा कि अब रूस उन्हें एक धोखेबाज और देशद्रोही मानता है. 


बीबीसी को इंटरव्यू देते हुए पूर्व सैनिक ने कहा कि साउथ यूक्रेन के पास हमने लगभग एक हफ्ते तक यूक्रेन के सैनिक के साथ क्रूर व्यवहार किया था. हम लोग दिन-रात ऐसा करते थे और कभी-कभी दिन में दो बार ऐसे काम को अंजाम देते थे. कई बार कॉन्स्टेंटिन एफ़्रेमोव ने सेना से इस्तीफा देने की कोशिश कि, लेकिन यूक्रेन लौटने से इंकार करने के कारण उन्हें बर्खास्त कर दिया गया. अब वो रूस से भाग गए है. 


पूर्व सैनिक ने पेश की तस्वीरें


एफ़्रेमोव की ओर से दी गई तस्वीरों और सैन्य दस्तावेजों के हवाले से बीबीसी ने कंफर्म किया है कि वो युद्ध की शुरुआत में यूक्रेन के मेलिटोपोल शहर और ज़ापोरिज़्ज़िया क्षेत्र में तैनात थे. पूर्व रूसी सैनिक ने बताया कि वो पिछले साल 10 फरवरी को क्रीमिया पहुंचा था, जिसे 9 साल पहले रूस ने यूक्रेन से हथिया लिया था. वो डि-माइनिंग यूनिट के 42वीं बटालियन का हेड था. वे सैन्य ट्रेनिंग में भाग लेने जाते थे. पूर्व सैनिक ने बताया कि वो यूक्रेन के कब्जे वाले एरिया में लूटपाट करते थे. वो लोग यूक्रेन के कैद सैनिकों के साथ मारपीट करते थे. पूर्व सैनिक ने प्रूफ के तौर पर खुद कि आर्मी से जुड़ा कागज भी दिखाया.


यूक्रेन के सैनिकों के दांत तोड़ते थे


कॉन्स्टेंटिन एफ़्रेमोव ने बताया कि वो अपनी सेना की टुकड़ी के साथ जाते थे, जिस जगह पर वो जाते थे उसमें खुद का Z मार्क लगा देते थे. उनके हथियारों और वेह्किल पर Z के मार्क लगे होते थे. Z मार्क का मतलब होता था स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन. उन्होंने कहा कि मैं ये सारी चीजें छोड़ना चाहता था, इस पर मेरे कमांडर ने मुझे कायर और धोखेबाज कहा. मैंने बंदूक छोड़ दी और चला गया. मैं ऑफिशियल तरीके से नौकरी छोड़ना चाहता था, लेकिन मुझे फोन करके धमकाया गया. मुझे दस साल तक की सजा देने की धमकी दी गई. हम लोगों के हेड पकड़े गए यूक्रेन के सैनिकों के दांत तोड़ देते थे और उन्हें निर्वस्त्र कर देते थे.


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