फ़्रांस के नीस शहर में गुरुवार को हुए चाकू हमले की दुनिया भर में निंदा हो रही है. इस बीच मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद एक के बाद एक कई विवादस्पद ट्वीट किए हैं. महातिर ने अपने ट्वीट्स में यहां तक कह दिया है कि गुस्साए मुस्लिमों को फ्रांस के लाखों लोगों को मारे का अधिकार है.


अपने एक ट्वीट में महातिर ने लिखा, "फ्रांस में एक टीचर का गला 18 साल के लड़के काट दिया. लड़का इस बात से क्रोधित था कि टीचर ने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था. टीचर अभिव्यक्ति की आजादी को दर्शना चाहता था."





महातिर लिखते हैं, हत्या एक ऐसा कृत्य जिसका समर्थन एक मुस्लिम के तौर पर मैं नहीं कर सकता हूं. हालांकि में अभिव्यक्ति की आजादी में यकीन करता हूं, लेकिन मैं नहीं समझता कि इसमें दूसरों का अपमान करना भी शामिल होता है.


एक अन्य ट्वीट में महातिर लिखते हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों पर हमला बोलते हुए महातिर ने लिखा है- 'मैक्रों यह नहीं दिखा रहे हैं कि वह सभ्य हैं. वह अपमान करने वाले स्कूल टीचर की हत्या करने पर इस्लाम और मुस्लिमों पर आरोप लगाकर पुराने विचार दिखा रहे हैं. यह इस्लाम की सीख में नहीं है.'


पूर्व पीएम ने आगे कहा, 'हालांकि, धर्म से परे, गुस्साए लोग हत्या करते हैं. फ्रांस ने भी इतिहास में लाखों लोगों की हत्या की है जिनमें से कई मुस्लिम थे." इसके बाद उन्होंने लिखा, "मुस्लिमों को गुस्सा होने और इतिहास में किए गए नरसंहारों के लिए फ्रांस के लाखों लोगों की हत्या करने का हक है."





हालांकि ट्विटर ने उनका यह ट्वीट नियमों का उल्लंघन करने वाला बताते हुए डिलीट कर दिया. इसके बाद भी मताहिर नहीं रुके उन्होंने अगला ट्वीट किया, हालांकि कुल मिलाकर अभी मुस्लिमों ने आंख बदले आंख के कानून को नहीं अपनाया है. मुस्लिम ऐसा नहीं करते हैं और फ्रेंच को भी ऐसा नहीं करना चाहिए. फ्रांसिसियों को अपने लोगों को यह सिखाना चाहिए कि वे कैसे दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें.


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