फेसबुक और ‘न्यूज कॉर्प’ ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया में खबर के वास्ते भुगतान करने के लिए नया समझौता करने की घोषणा की. ऑस्ट्रेलिया की संसद ने करीब तीन सप्ताह पहले एक कानून पारित किया था, जिसके तहत डिजिटल कंपनियों का खबरें दिखाने के लिए भुगतान करना अनिवार्य हो गया है.


न्यूयॉर्क स्थित ‘न्यूज कॉर्प’ विशेष तौर पर अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में समाचार देता है. उसने कहा कि उसने फेसबुक के साथ कई साल का एक समझौता किया है. यह समझौता गूगल के साथ पिछले महीने किए गए समझौते से मिलता-जुलता है. न्यूज कॉर्प ने एक बयान में कहा कि ‘स्काई न्यूज ऑस्ट्रेलिया’, न्यूज कॉर्प ऑस्ट्रेलिया की सहायक कंपनी है और उसने भी एक नया समझौता किया है, जो मौजूदा फेसबुक समझौते पर आधारित है.


तीन आशय पत्रों पर किए थे हस्ताक्षर


इससे पहले, फेसबुक ने तीन स्वतंत्र समाचार संस्थानों ‘प्राइवेट मीडिया’, ‘स्वाट्ज मीडिया’ और ‘सोलस्टिक मीडिया’ के साथ आशय पत्रों पर हस्ताक्षर किए थे. फेसबुक ने एक बयान में कहा था कि कॉमर्शियल समझौते के संदर्भ में अगले 60 दिन में पूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में जब सरकार ने नियम सख्त किए तो फेसबुक ने तेवर दिखाते हुए कोरोना और मौसम विभाग के पेज समेत कई ऑस्ट्रेलियाई पेज भी बंद कर दिए.


ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने पीएम मोदी से की थी बात


इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने तुरंत भारत और कनाडा के पीएम से बात की. जिसके बाद फेसबुक ने बातचीत का फैसला लिया. ऑस्ट्रेलिया सरकार ने कानून बनाया कि किसी भी वेबसाइट पर दिखाई जाने वाली उसके देश की समाचार सामग्री के लिए उस सोशल मीडिया वेबसाइट को भुगतान करना होगा. इसे लेकर सरकार और फेसबुक के बीच टकराव चला था, लेकिन फेसबुक को झुकना पड़ा.


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