अमेरिका और यूक्रेन के बीच बढ़ रहे तनाव का असर पूरे यूरोप में देखा जा रहा है. इस पूरे मामले की शुरुआत नवंबर से हुई जब वाशिंगटन ने यूक्रेनी सीमा के पास रूसी सेना की असामान्य गतिविधियों की सूचना दी.
अमेरिका को लगता है कि रूस फरवरी महीने में यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी कर रहा है. उनका दावा है कि यूक्रेनी सीमा के पास करीब एक लाख रूसी सैनिक पिछले एक हफ्ते से डेरा डाले हुए हैं. वहीं अमेरिकी मिलिट्री एक्सपर्ट की मानें तो रूस सर्द मौसम को देखते हुए यूक्रेन के इर्द-गिर्द बर्फ पिघलने का इंतजार कर रहा है.
इस बीच सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश को संबोधित करते हुए पूर्वी यूक्रेन से अलग हुए दो शहरों डोनेत्स्क (Donetsk) और लुहांस्क (Luhansk) को स्वतंत्र के रूप में मान्यता दे दी है. रूसी राष्ट्रपति ने देश के नाम दिए अपने संबोधन में यूक्रेन को अमेरिका का उपनिवेश बताते हुए कहा कि यूक्रेन का शासन अमेरिका के हाथों की 'कठपुतली' है.
पूर्वी यूक्रेन में दो अलगाववादी क्षेत्र
डोनेत्स्क (Donetsk) और लुहांस्क (Luhansk) पूर्वी यूक्रेन में दो अलगाववादी क्षेत्र हैं जो साल 2014 में यूक्रेनी सरकार के नियंत्रण से अलग हो गया था और खुद को स्वतंत्र "People's Republics" घोषित कर दिया था. बता दें कि रूसी समर्थित अलगाववादी 2014 से इस क्षेत्र में यूक्रेनी सरकारी बलों से जूझ रहे हैं, एक संघर्ष में कीव का कहना है कि इसमें लगभग 15,000 लोगों की जान गई है. वहीं यूक्रेन दावा करता रहा है कि उस वक्त भी रूस इन दोनों अलगाववादी शहरों का समर्थन कर रही थी. हालांकि खुद रूस ने इस लड़ाई में किसी का पक्ष लेने से इंकार कर दिया था.
हालांकि रूस इन दोनों अलगाववादी शहरों की कई तरह से मदद करता रहा है, जिसमें गुप्त सैन्य सहायता, वित्तीय सहायता, COVID-19 टीकों की सप्लाई और निवासियों को कम से कम 800,000 रूसी पासपोर्ट जारी करना शामिल है.
रूसी मान्यता का क्या अर्थ है?
दरअसल 2014 के बाद सोमवार को रूस ने पहली बार खुलकर कहा है कि वह डोनेत्स्क (Donetsk) और लुहांस्क (Luhansk) को यूक्रेन का हिस्सा नहीं मानता है. जिसके बाद अब मॉस्को इन अलगाववादी क्षेत्रों में खुले तौर पर सैन्य बलों भेज सकता है, अब मॉस्को यह तर्क दे सकता है कि वह एक सहयोगी देश के रूप में यूक्रेन के खिलाफ उनकी रक्षा के लिए हस्तक्षेप कर रहा है.
एक रूसी संसद सदस्य और पूर्व डोनेत्स्क राजनीतिक नेता, अलेक्जेंडर बोरोडाई ने पिछले महीने रायटर को बताया कि अलगाववादी तब रूस को डोनेत्स्क (Donetsk) और लुहांस्क (Luhansk) क्षेत्रों के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण करने में मदद करने के लिए देखेंगे जो अभी भी यूक्रेनी बलों के नियंत्रण में हैं. अगर ऐसा हुआ, तो इससे रूस और यूक्रेन के बीच एक खुला सैन्य संघर्ष हो सकता है.
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