ब्रसेल्स: एंजेला मर्केल की अगुवाई में यूरोपीय देशों ने अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी की तीखी आलोचना की जिसमें उन्होंने नाटो को ‘अप्रासंगिक’ करार देते हुए शरणार्थियों के लिए जर्मनी के चांसलर की नीति की आलोचना की थी.


दो यूरोपीय अख़बारों के साथ इंटरव्यू में ट्रंप ने यूरोप पर जुबानी हमलों की बौछार करते हुए यूरोपीयन यूनियन छोड़ने के ब्रिटेन की निर्णय की सराहना की थी. उन्होंने साथ ही संकेत दिया था कि कई और देश इस यूनियन को छोड़ सकते हैं.

इस बयान के बारे में पूछे जाने पर जर्मन चांसलर मर्केल ने बर्लिन में कहा, ‘‘हम यूरोपीय लोगों की किस्मत हमारे हाथ में है.’’ उन्होंने साथ ही कहा कि वे यूरोपीय यूनियन और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और आतंकवाद से मुकाबले के दिशा में काम करेंगी.

जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रेंक वॉल्टर स्टीन्मीयर ने कहा कि यूरोप नाटो को लेकर ट्रंप के बयान से अचंभित है. उनके फ्रांस के समकक्ष ज्यां एरोल्ट ने कहा कि ऐसे इंटरव्यू को लेकर सबसे अच्छी प्रतिक्रिया यही होगी कि यूरोपीय यूनियन एकजुट रहे. नाटो प्रमुख स्टोलटेनबर्ग ने एक बार फिर दोहराया कि उनको यूरोप को लेकर अमेरिकी प्रतिबद्धता में पूरा यकीन है.