टेस्ला और एक्स (पूर्व ट्विटर) के मालिक एलन मस्क एक बार फिर विवादों में आ गए हैं. उन्होंने एक्स प्लेटफ़ॉर्म पर एक पोस्ट पर सोचने वाले इमोजी देकर प्रतिक्रिया दी. यह पोस्ट यूज़र Stefan Molyneux ने साझा की थी, जिसमें भारत में ब्रिटिश उपनिवेश शासन को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की गई थी.

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पोस्ट में लिखा गया था कि अगर भारतीय इंग्लैंड जाकर अंग्रेज़ बन जाते हैं तो अंग्रेज़ भारत आकर भारतीय क्यों नहीं बने. इस तर्क के साथ कहा गया कि अंग्रेजों ने भारत पर शासन नहीं किया. यह पोस्ट 2.26 करोड़ बार देखी गई और मस्क की प्रतिक्रिया के बाद सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.

भारतीय यूज़र्स की नाराजगी और प्रतिक्रियाएं

एलन मस्क की इस प्रतिक्रिया के बाद भारतीय यूज़र्स ने सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना की. कई यूज़र्स ने मस्क को इतिहास का संदर्भ देते हुए समझाया कि उपनिवेशवाद और आव्रजन (Immigration) एक जैसे नहीं हैं. किसी यूज़र ने लिखा कि उपनिवेशवाद नस्लवादी सोच से जुड़ा था, जबकि आव्रजन कानूनी और स्वैच्छिक प्रक्रिया है. एक अन्य यूज़र ने कहा कि ब्रिटिशों ने भारत में शासन किया, संसाधन लूटे और लोगों को शोषित किया. यह स्थिति ब्रिटेन में भारतीय प्रवासियों से बिल्कुल अलग है.

इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने के आरोप

कई लोगों ने कहा कि मस्क की प्रतिक्रिया इतिहास की गलत व्याख्या है. एक यूज़र ने पूछा कि अगर अंग्रेज़ भारत आने पर भारतीय बन गए थे, तो भारत के लिए कानून कौन बना रहा था भारत में मौजूद अंग्रेज़ या इंग्लैंड की संसद?कुछ यूज़र्स ने यह भी लिखा कि मस्क का प्लेटफ़ॉर्म एक्स भारतीयों के खिलाफ नफरत फैलाने वाली सामग्री को बढ़ावा दे रहा है.

एलन मस्क और विवादित बयान

यह पहली बार नहीं है जब एलन मस्क किसी विवाद में फंसे हैं. इससे पहले भी वे यूक्रेन युद्ध, अमेरिकी राजनीति और सेंसरशिप जैसे मुद्दों पर दिए गए बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं. मस्क अकसर खुद को अभिव्यक्ति की आज़ादी का समर्थक बताते हैं, लेकिन उनके कई ट्वीट या प्रतिक्रियाएं राजनीतिक विवादों को जन्म देती हैं.

भारत में विवाद क्यों बढ़ा?

भारत में यह विवाद इसलिए ज़्यादा संवेदनशील बन गया क्योंकि ब्रिटिश उपनिवेशवाद का इतिहास यहां के लोगों के लिए भावनात्मक विषय है. ब्रिटिश शासन ने लगभग 200 सालों तक भारत पर राजनीतिक और आर्थिक नियंत्रण बनाए रखा था, जिसके परिणामस्वरूप देश को भारी नुकसान हुआ.

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