रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने मंगलवार को देसी कोविड-19 वैक्सीन को दुनिया भर में संयुक्त राष्ट्र संघ के कर्मचारियों को मुफ्त देने की पेशकश की है. उन्होंने प्रस्ताव की पेशकश अपने संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्री रिकॉर्डेड खिताब में की.


संयुक्त राष्ट्र के कर्मियों को कोविड वैक्सीन मुफ्त देने की पेशकश


पुतिन ने कहा, "रूस संयुक्त राष्ट्र संघ को सभी जरूरी सहायता करने के लिए तैयार है. खास कर हम अपनी वैक्सीन की पेशकश मुफ्त कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक टीकाकरण होगा. इस सिलसिले में हमें अपने संयुक्त राष्ट्र संघ के साथियों से प्रस्ताव मिले हें. और हम इसका जवाब देंगे."


कोविड-19 वैक्सीन स्पुतिन-वी का विकास रूस की गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने किया है. दूसरे चरण का मानव परीक्षण पूरा करने के बाद स्पुतनिक-वी का तीसरे चरण का मानव परीक्षण अभी किया जाना है. हालांकि रूस का दावा है कि उसकी देसी कोविड वैक्सीन ने संक्रमण के खिलाफ प्रयाप्त एंटी बॉडीज का निर्माण किया है. मगर आलोचकों का वैक्सीन के बारे में संदेह बरकरार है. स्पुतनिक-वी वैक्सीन का बड़े पैमाने पर परीक्षण नहीं किया गया है मगर रूस के उच्च पदस्थ अधिकारियों और मंत्रियों को डोज दिया गया है.


संयुक्त राष्ट्र महासभा के संबोधन में रूसी राष्ट्रपति ने की बात


पुतिन खुद दावा कर चुके हैं कि उनकी एक बेटी को वैक्सीन दी गई है. लेकिन किस बेटी को डोज दिया गया है ये अभी रहस्य बना हुआ है. संयुक्त राष्ट्र के संबोधन में पुतिन ने कहा कि रूस स्पुतनिक-वी के साथ सहयोग करने को तैयार है. उन्होंने कहा, “मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम पूरी तरह संबंधों को बहाल करने के लिए तैयार हैं. इस सिलसिले में जल्द ही उच्च स्तरीय ऑनलाइन कांफ्रेंस के आयोजन का प्रस्ताव है.” उन्होंने बताया कि ये कांफ्रेंस उन देशों के लिए होगी जो कोरोना वायरस वैक्सीन के विकास में सहयोग करने के इच्छुक हैं.


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