कोविड-19 एक तरफ जहां तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ दुनियाभर में ट्रायल के बाद एक-एक कर कोरोना वैक्सीन को मंजूरी के लिए वहां की सरकार के पास आवेदन भेजे जा रहे हैं. अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर की तरफ से कोरोना वैक्सीन के लिए इमरजेंसी रेगुलेटरी अप्रूवल की इजाजत मांगने के बाद अब चीनी दवा कंपनी ने भी बुधवार को इसके इस्तेमाल के लिए इजाजत मांगी है.


चीन की शीर्ष दवा निर्माता कंपनी चाइना नेशनल फार्मास्यूटिक ग्रुप (सिनोफार्म) ने कहा कि उसने कोविड-19 की वैक्सीन को बाजार में उतारने के लिए रेगुलेटरी मंजूरी को लेकर आवेदन दिया है. वहां के मीडिया की खबरों के मुताबिक, सिनोफार्म के जनरल मैनेजर शेंगेई ने इस बात की घोषणा की.


दुनियाभर के कई देशों में वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल कर रही कंपनी ने कहा कि उसने यूएई और अन्य देशों के आंकड़ों को इकट्ठा कर लिया है. कंपनी ने कहा कि ट्रायल के नतीजे बेहतर आए हैं लेकिन अब यह चीनी सरकार पर फैसला निर्भर करता है क्योंकि उनके काफी कड़े समीक्षा पैमाने हैं.


इससे पहले, कंपनी ने कहा था कि उसने वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के आंकड़े चीन के स्टेट फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के पास सौंपा है और इस बारे में और विस्तृत आंकड़े देने की प्रक्रिया में हैं.


जहां तक भारत में कोरोना वैक्सीन की बात करें तो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने दावा किया है कि इमरजेंसी के लिए इस साल के आखिर तक 250 रुपये में कोरोना वायरस की वैक्सीन को बाजार में उतारा जा सकता है. देश में जल्द ही कोरोना वायरस की वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदार पूनावाला का कहना है कि दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोविड-19 की संभावित वैक्सीन को काफी प्रभावी पाया है. यह जल्दी ही लोगों के लिए उपलब्ध हो सकती है.


इसके साथ ही ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन को लेकर अदार पूनावाला ने दावा किया कि इस वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया सरकार को 250 रुपये में मुहैया करवाएगा. इसके अलावा इसे अन्य फार्मेसियों को एक हजार रुपये प्रति डोज के हिसाब से बेचा जाएगा. वहीं इमरजेंसी के तौर पर इस साल के आखिर तक कोरोना वैक्सीन को बाजार में उतारा जा सकता है.


पूनावाला ने दावा करते हुए बताया कि अगले साल की शुरुआत में जनवरी तक 10 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज उपलब्ध होगी. वहीं फरवरी के अंत तक इससे और ज्यादा डोज तैयार किए जा सकते हैं. उम्मीद की जा रही है कि वैक्सीन जल्द से जल्द लगाई जाए. कुछ हफ्ते में इसका फैसला नियामकों के पास होगा.