बीजिंग: चीन ने कहा कि वह 50 लाख युआन (करीब 7.91 लाख डॉलर) मूल्य का खाद्यान्न और दैनिक जरूरत का अन्य सामान यूक्रेन को भेज रहा है. हालांकि, उसने इस पूर्वी यूरोपीय देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को लेकर रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का विरोध जारी रखा है. इसके साथ ही चीन ने अमेरिका को संघर्ष का जिम्मेदार बताया. 


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि बुधवार को मदद की पहली खेप यूक्रेन को सौंपी गई और अन्य खेप ‘‘यथा शीघ्र भेजी’’जाएगी. चीन मोटे तौर पर रूस का समर्थन कर रहा है और झाओ ने दोहराया कि बीजिंग, मॉस्को के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध का विरोध करता है.


चीन और रूस सामान्य कारोबार सहयोग जारी रखेंगे
झाओ ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, प्रतिबंध का डंडा हर बार शांति और सुरक्षा नहीं लाएगा बल्कि संबंधित देश की अर्थव्यवस्था और जीविकोपार्जन के लिए गंभीर मुश्किल पैदा करता है. उन्होंने कहा कि चीन और रूस आपसी सम्मान, समानता और आपसी लाभ की भावना से तेल और गैस सहित सामान्य कारोबार सहयोग जारी रखेंगे.


संघर्ष के लिए अमेरिका जिम्मेदार
चीन ने कहा कि संघर्ष पैदा करने के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराना चाहिए क्योंकि वाशिंगटन नाटो के विस्तार के चलते रूस की ‘वैध’सुरक्षा चिंता पर पर्याप्त विचार करने में असफल रहा.


बता दें यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से मॉस्को पर अमेरिका और अन्य देशों ने कई प्रतिबंध लगाए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को कार्यकारी आदेश जारी कर रूस से कच्चे तेल, कई पेट्रोलियम उत्पादों, तरल प्राकृतिक गैस और कोयले के आयात पर रोक लगा दी. यह घोषणा करने के बाद व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में बाइडन ने कहा, ‘‘इससे रूसी अर्थव्यवस्था गर्त में चली गई है. (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन की ओर से घोषित युद्ध के बाद रूबल का करीब 50 प्रतिशत अवमूल्यन हुआ है और उसकी कीमत एक अमेरिकी सेंट से भी कम हो गई है.’’


यह भी पढ़ें: 


Ukraine-Russia War: युद्ध के बीच रूस का बड़ा बयान, कहा- यूक्रेन सरकार को हटाना हमारा मकसद नहीं


Ukraine-Russia War: प्रतिबंधों पर भड़का रूस, पश्चिम को दी चेतावनी, कहा- 'करारा जवाब' मिलेगा