China Population Decline: दुनिया में सर्वाधिक आबादी वाले देश चीन (China) की जनसंख्या वृद्धि दर काफी कम हो गई है. वहां की राजधानी बीजिंग, दुनिया के सबसे बड़े शहरों में से एक है, हालांकि उसकी जनसंख्या के बारे में बड़ी चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. अमेरिकी मीडिया CNN की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजिंग में पिछले साल जनसंख्या में गिरावट दर्ज की गई. यहां हजारों लोग कम हो गए.


ऐसा 19 सालों में पहली बार हुआ है, जब चीन की राजधानी में स्थायी निवासियों की तादाद घटी है. आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए, सीएनएन ने बताया कहा कि चीन की राजधानी बीजिंग की स्थायी निवासियों की आबादी 2021 में 21.88 मिलियन से गिरकर 2022 में 21.84 मिलियन हो गई. इस बीच, इसी अवधि में बीजिंग में प्रवासियों की संख्या में भी गिरावट आई है.


महामारी के कारण कम हुई जनसंख्या?
 बीजिंग ऐसा शहर है, जो दुनिया में सबसे ज्‍यादा आबादी वाले नगरों में गिना जाता है. कई सालों तक यह विश्‍व में पहले नंबर पर रहा था. हालांकि, चीन में जब कोरोनावायरस फैलने लगा तो इस शहरों में हजारों लोग काल के गाल समा गए. चीन ने यहां कोरोना से हुई मौतों का सटीक आंकड़ा उजागर नहीं किया, जिसकी पश्चिमी देशों की मीडिया में खूब चर्चा हुई. बीजिंग महीनों तक सख्‍त लॉकडाउन के दायरे में था. और, CNN की रिपोर्ट है कि यहां 19 वर्षों में पहली बार, 2022 में जनसंख्या में गिरावट आई है. कई एक्‍सपर्ट्स यहां कम हुई आबादी को कोरोना-काल में हुई मौतों से जोड़कर देख रहे हैं.




अब से पहले यहां 2003 में हुई थीं ज्‍यादा मौतें
पिछली बार बीजिंग में जन्म से अधिक मौतें 2003 में दर्ज की गई थीं, जब यहां घातक गंभीर श्वसन सिंड्रोम (सार्स) का प्रकोप दक्षिणी चीन में फैल रहा था और दुनिया भर में उसने हजारों लोगों को संक्रमित किया था. आधिकारिक रिपोर्ट्स में ही 8,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे. अब बीजिंग की आबादी में हालिया गिरावट की वजह भीषण अकाल को बताया जा रहा है. मगर, वैश्विक जनसंख्‍या पर निगरानी रखने वाली संस्‍थाओं को यह बात पच नहीं रही, जानकारों का मानना है कि कोरोना के कारण चीन में लाखों लोगों की जानें गई हैं, लेकिन चीनी सरकार ने अपने यहां हुई मौतों को बेहद कम करके दिखाया.


चीन की आबादी पिछले साल पहली बार घटी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की राष्ट्रीय आबादी भी पिछले साल 1961 के भीषण अकाल के बाद पहली बार घटी है. और, यूएन की ही रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है कि इस साल भारत आबादी के मामले में चीन के पीछे देगा, फिर दुनिया में सर्वाधिक आबादी वाला देश भारत ही होगा.


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