China Covid-19 Policy: चीन में कोरोना से हाल बेहाल है. स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है. लगातार लोग मर रहे हैं. इसी बीच चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (NHC) ने सोमवार देर रात घोषणा की कि COVID-19 के प्रबंधन को 8 जनवरी से क्लास A से हटाकर क्लास B कैटगरी कर दिया जाएगा. साथ ही कोविड19 के हाई रिस्क वाले जोन को सील नहीं किया जाएगा.

इसका मतलब आसान शब्दों में यह है कि बाहर से चीन में आने वाले यात्रियों को अब क्वारंटीन में नहीं रहना होगा. नए कोविड गाइडलाइन्स के मुताबिक चीन अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को फिर से खोल रहा है. इतना ही नहीं जिनपिंग सरकार ने देश के अंदर आरटी-पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. साथ ही माइल्ड सिम्टम्स वाले मरीजों को काम पर वापस लौटने का निर्देश जारी किया गया है.

कोविड के नए नियम को लेकर ग्लोबल टाइम्स में विस्तरित रिपोर्ट छपी  है.  नई कोविड पॉलिसी 8 जनवरी से लागू होगी. बहुत सारे बदलाव के साथ ही चीन ने COVID-19 का नाम भी बदल दिया है. महामारी की शुरुआत में इसे मुख्य रूप से  कोरोनावायरस निमोनिया का नाम दिया गया था क्योंकि अधिकांश रोगियों में निमोनिया के लक्षण दिखाई दिए थे. 

यात्रियों को मास्क पहनने की सलाह

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच चीन सरकार की ओर से जारी नियमों में कहा गया है कि सभी एयरलाइनों को ऑन-बोर्ड महामारी की रोकथाम में अच्छा काम करना जारी रखना चाहिए और यात्रियों को बोर्डिंग करते समय मास्क पहनना चाहिए. ट्रैवल प्लेटफॉर्म qunar.com के डेटा से पता चला है कि चीन की ओर से कोविड-19 उड़ान प्रतिबंधों में छूट की घोषणा के बाद अंतरराष्ट्रीय एअर टिकटों की सर्च में 7 गुना बढ़ोत्तरी हुई है. थाईलैंड, जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा को लेकर भारी संख्या में एअर टिकट सर्च किए गए हैं.

होटलों की बुकिंग बढ़ी

दिसंबर में अंतरराष्ट्रीय होटलों की बुकिंग की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ी है. qunar.com के आंकड़ों के मुताबिक, मकाओ, हांगकांग जैसे देश घरेलू पर्यटकों की पहली पसंद हैं. फिलीपींस, फ्रांस और थाईलैंड जैसे विदेशी क्षेत्रों में होटल बुकिंग अधिक है. फिलीपींस के होटलों के लिए बुकिंग दोगुनी से अधिक हो गई है. बता दें कि कोविड (Covid-19) नियमों में अचानक छूट देने के बाद से नए वेरिएंट से संक्रमण के मामलों में काफी तेजी आई है. कोरोना से लाखों लोगों की मौत की संभावना जताई गई है.

तो क्या वायरस खतरनाक नहीं

जिनपिंग सरकार की जीरो कोविड पॉलिसी से किनारा करना और नई गाइडलाइंस जारी करना इस ओर इशारा कर रहा है कि कोरोना का सब वेरिएंट से संक्रमण का ज्यादा खतरा नहीं है. अब इसका आंतक चीन में कम हो गया है जो कि दुनियाभर के लिए अच्छी खबर हो सकती है. हालांकि सब वेरिएंट को लेकर संशय की स्थिति अभी भी बनी हुई है.