रूस और यूक्रेन के बीच 37वें दिन भी जंग जारी है. ब्रिटेन की एक खुफिया एजेंसी के प्रमुख सर जर्मी फ्लेमिंग ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन में हताश रूसी सैनिकों ने आदेशों का पालन करने से इनकार कर दिया. अपने स्वयं के उपकरणों में तोड़फोड़ की और गलती से अपने ही विमान को मार गिराया.


इलेक्ट्रॉनिक जासूसी एजेंसी ‘जीसीएचक्यू’ के प्रमुखसर जर्मी फ्लेमिंग ने ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में एक संबोधन में यह बात कही. उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट रूप से आक्रमण के संबंध में बेहद गलत आकलन किया था.


यूक्रेनी लोगों के प्रतिरोध का किया गलत आकलन


फ्लेमिंग ने कहा कि यह स्पष्ट है कि उन्होंने यूक्रेनी लोगों के प्रतिरोध का गलत आकलन किया. उन्होंने गठबंधन की ताकत को कम करके आंका...उन्होंने प्रतिबंध के आर्थिक परिणामों को कम करके आंका, और जीत हासिल करने की अपनी सेना की क्षमताओं को जरूरत से अधिक आंका.’’


उन्होंने कहा, ‘‘हमने रूसी सैनिकों को देखा है, जिनके पास हथियारों तथा मनोबल की कमी है, उन्होंने आदेशों का पालन करने से इनकार करते हुए, अपने स्वयं के उपकरणों में तोड़फोड़ की और यहां तक कि गलती से अपने स्वयं के विमान को मार गिराया.’’


पुतिन के सलाहकारों को सच बोलने में लगता है डर


जर्मी फ्लेमिंग ने कहा कि हालांकि पुतिन के सलाहकारों को उनसे सच बोलने से बहुत डर लगता था लेकिन इन गलत निर्णयों के परिणाम शासन को स्पष्ट होने चाहिए. फ्लेमिंग ने आगाह किया कि रूस साइबर हमलों की तैयारी कर रहा है और यूक्रेन में अपने रुके हुए सैन्य अभियान को आगे बढ़ाने के लिए भाड़े पर सैनिक ला रहा है.


फ्लेमिंग ने कहा कि रूस अपने सैन्य अभियान के हिस्से के रूप में एक बड़ा साइबर हमला करेगा. उन्होंने युद्ध को लेकर रूस के बड़े पैमाने पर दुष्प्रचार अभियान का मुकाबला करने के लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के अत्यधिक प्रभावी ‘‘सूचना अभियान’’ की सराहना भी की.


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