UK Elections 2024 : प्रधानमंत्री ऋषि सुनक बुधवार रात ऐलान कर दिया कि ब्रिटेन में 4 जुलाई को आम चुनाव होंगे. इस अनाउंसमेंट के बाद से ब्रिटेन की राजनीति में काफी उथल-पुथल हो रही है. हालांकि, ऋषि सुनक ने यह चुनाव चुनौती भरा बताया. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के लिए अपना भविष्य चुनने का समय आ गया है. बतौर प्रधानमंत्री ऋषि सुनक चुनाव में पहली बार वोटरों के सामने जाएंगे.


बता दें कि 2022 में सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी ने चुनाव से पहले PM के नाम का ऐलान नहीं किया था. चुनाव के बाद पार्टी के संसदीय दल ने सुनक को अपना नेता चुना था. यहां जनवरी 2025 में आम चुनाव होने की संभावना थी, लेकिन सुनक ने 7 महीने पहले ही इसका ऐलान कर दिया, लेकिन ऋषि सुनक के लिए इस बार जीत की राह मुश्किल नजर आ रही है. आईये समझते हैं पांच प्वाइंट्स में...


पार्टी के सांसद ऋषि सुनक के खिलाफ
भले ही ऋषि सुनक जनता के सामने अपने अच्छे काम गिनवा रहे हों, लेकिन उन्हें अपनी ही पार्टी के नेताओं का विरोध झेलना पड़ रहा है, जिससे इस चुनाव में काफी नुकसान हो सकता है. सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के एक सूत्र ने BBC को बताया कि पार्टी के कुछ सांसद ऋषि सुनक के खिलाफ अविश्वास मत की मांग कर रहे हैं. एक सांसद ने पार्टी के मौजूदा माहौल को पैनिक की स्थिति वाला बताया है.


लेबर पार्टी के इस नेता से होगा मुकाबला
इस चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी और लेबर पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला है. सुनक कंजर्वेटिव पार्टी से PM का चेहरा हो सकते हैं, लेकिन उनके खिलाफ लेबर पार्टी के नेता सर कीर स्टार्मर होंगे, जो एक काफी मजबूत कैंडिडेट हैं. स्टार्मर इंग्लैंड में पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के पूर्व डायरेक्टर और अप्रैल 2020 से लेबर पार्टी के नेता हैं. कई ओपिनियन पोल में लेबर पार्टी सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी से काफी आगे है. इनके अलावा स्कॉटिश नेशनल पार्टी, लिबरल डेमोक्रेट और डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी ब्रिटेन की 3 सबसे बड़ी पार्टियां भी चुनाव मैदान में, जिससे सुनक को नुकसान हो सकता है.


ओपिनियन पोल में स्थिति बहुत खराब है
कोई भी ओपिनियन पोल यह बताता है कि जनता का मूड क्या है. मार्च में आए इप्सोस पोल में सुनक को 38 रेटिंग दी गई, जो सबसे खराब रेटिंग थी. अप्रैल में YouGov के पोल में बताया गया था कि कंजर्वेटिव पार्टी को आने वाले चुनाव में सिर्फ 155 सीटें मिलेगी, जबकि 2019 में पूर्व PM बॉरिस जॉनसन के नेतृत्व में पार्टी ने 365 सीटें जीती थीं. इस बार विपक्षी लेबर पार्टी को 403 सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है.


10 उपचुनाव हार चुकी है कंजर्वेटिव पार्टी
2019 के आम चुनावों में तत्कालीन PM बॉरिस जॉनसन ने पार्टी को बहुमत दिलाया था, लेकिन उसके बाद एक ही कार्यकाल में 10 से ज्यादा उपचुनाव पार्टी हार चुकी है. करीब 3 महीने पहले ब्रिटेन में 2 सीटों वेलिंगबर्ग और किंग्सवुड में हार से कंजर्वेटिव सांसद चिंता में पड़ गए हैं. वेलिंगबर्ग में कंजर्वेटिव सांसद पीटर बोन को हटाने के बाद चुनाव हुए थे. यहां लेबर पार्टी के सांसद जेन किचेन को 45.8% वोट मिले, जो पिछली बार से 28.5% ज्यादा थे. यह सीट 2005 से कंजर्वेटिव पार्टी के पास थी. यही स्थिति किंग्सवुड की थी, जहां लेबर पार्टी को 44.9% वोट मिले, जो पिछली बार से 16.4% ज्यादा है. ये सीट 2010 से कंजर्वेटिव पार्टी के पास थी.


हार का करना पड़ सकता है सामना
पीएम ऋषि सुनक की पार्टी को चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा दावा एक सर्वे में किया गया है. यह सर्वे 18 हजार लोगों पर आधारित है. इस सर्वे में सुनक के नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी के सफाए की भविष्यवाणी भी की गई है. साथ ही विपक्षी की लेबर पार्टी ने 403 सीटें जीतने का अनुमान लगाया गया है. ब्रिटेन की संसद में बहुमत का आंकड़ा 326 है.


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