पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने देश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को सेना के साथ कोई विवाद न करने की सलाह दी है. खालिदा जिया ने यूनुस को चेतावनी दी है कि अंतरिम सरकार को बांग्लादेश की सेना के साथ किसी भी तरह का तनाव नहीं रखना चाहिए. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की यह टिप्पणी सैन्य अधिकारियों के खिलाफ नागरिक ट्रिब्यूनल में चल रही कानूनी कार्रवाईयों पर आई है, जो देश में अंतरिम सरकार और सेना के बीच बढ़ते मतभेदों के कारण बन रहे हैं.
राजनीतिक दलों की आपात बैठक में खालिदा जिया ने दी चेतावनी
खालिदा जिया ने यह चेतावनी ढाका में मोहम्मद यूनुस की ओर से राजनीतिक दलों के साथ बुलाई गई एक आपात बैठक के दौरान दी. इस बैठक में जमात-ए-इस्लामी, छात्र-नेतृत्व वाली नेशनल सिटीजन पार्टी (NCP) और बांग्लादेश कम्युनिस्ट पार्टी (CPB) जैसे कई राजनीतिक संगठनों ने हिस्सा लिया.
बैठक का उद्देश्य सैन्य कर्मचारियों पर मुकदमा चलाने के सरकारी फैसले को लेकर हो रहे दबाव और विवादों का समाधान करना था. इस बैठक में बीएनपी ने कहा कि देश को संतुलित अवस्था में रहना चाहिए. हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते, क्योंकि हम इसका बोझ नहीं उठा पाएंगे. इसके साथ ही पार्टी ने अगले साल फरवरी में प्रस्तावित आम चुनावों से देश से पहले एकता और स्थिरता कायम रखने की आवश्यकता पर जोर दिया.
बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने जारी किया वारंट
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT-BD) ने पिछले सप्ताह पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ सेना के 16 सक्रिय अधिकारियों और 14 अन्य लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी के वारंट जारी किए. जिन खिलाफ पूर्ववर्ती शासनकाल में राजनीतिक विरोधियों को जबरन गुमशुदा करने, अपहरण करने और यातना देने के आरोप लगाए गए हैं.
सैन्य अधिकारियों के खिलाफ वारंट जारी होने के बाद बांग्लादेशी सेना ने सूचना दी कि जिन 16 अधिकारियों के खिलाफ वारंट जारी हुआ है, उनमें से 15 सैन्य हिरासत में है, जबकि एक मेजर जनरल फरार हो गया है.
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