अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव एक बार फिर उफान पर है. दोनों देशों के बीच चल रही झड़पों ने न केवल सीमावर्ती इलाकों को दहला दिया, बल्कि दक्षिण एशिया की सुरक्षा स्थिति को भी अस्थिर कर दिया है. ताजा घटनाक्रम में स्पिन बोल्डक क्षेत्र में दोनों सेनाओं के बीच हुए संघर्ष के बाद 48 घंटे का युद्ध विराम घोषित किया गया है, लेकिन इस युद्ध विराम से पहले सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हुए, जिन्होंने पूरे विवाद को और गरमा दिया.

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युद्ध विराम से कुछ ही घंटे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर कुछ वीडियो सामने आए, जिनमें कथित तौर पर तालिबान बलों को पाकिस्तानी टैंकों पर कब्जा करते हुए दिखाया गया था. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने दावा किया कि उनके लड़ाकों ने पाकिस्तान की गोलाबारी का जवाब देते हुए कई पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया, कुछ सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट किया और पाकिस्तानी टैंक और हथियार जब्त किए. दावा किया गया है कि वीडियो में दिखाए गए टैंक दरअसल सोवियत युग के टी-55 टैंक थे, जो अफगान सेना के पुराने भंडार का हिस्सा हैं और 1980 के दशक से इस्तेमाल में हैं. वायरल वीडियो को लोग AI जेनरेटेड मान रहे हैं. इस वजह से एबीपी न्यूज़ वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. दूसरी ओर, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस दावे को पूरी तरह नकारते हुए कहा, ''वे जिन टैंकों को हमारा बता रहे हैं, हमारे पास वैसे टैंक हैं ही नहीं. शायद उन्होंने वो टैंक किसी कबाड़ वाले से खरीद लिए हों.

सीमा पर झड़पों का बैकग्राउंड

यह झड़पें उस समय शुरू हुईं, जब अफगान सीमा की ओर से पाकिस्तान के सुरक्षा ठिकानों पर हमले हुए. पाकिस्तान ने इसका जवाब हवाई हमलों से दिया, जिसके बाद स्थिति और गंभीर हो गई. स्पिन बोल्डक, जो अफगानिस्तान के दक्षिण-पूर्व में स्थित है, हमेशा से दोनों देशों के बीच विवादित इलाका रहा है. पिछले सप्ताहांत में हुई लड़ाई में दर्जनों सैनिक और नागरिक मारे गए. अफगानिस्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया कि उनके बलों ने रात भर चलाए गए अभियानों में 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया, जबकि पाकिस्तान के अनुसार यह संख्या केवल 23 थी. पाकिस्तानी अधिकारियों ने जवाबी कार्रवाई में दावा किया कि उन्होंने अफगानिस्तान की 19 सीमा चौकियों पर कब्जा कर लिया है.

युद्ध विराम और कूटनीतिक कोशिशें

लगातार हो रहे संघर्ष के बाद, दोनों देशों ने 48 घंटे का युद्ध विराम समझौता किया. इस्लामाबाद की ओर से कहा गया कि यह युद्धविराम रचनात्मक बातचीत और शांति समाधान खोजने के लिए एक अवसर है. वहीं, अफगानिस्तान ने भी युद्धविराम को स्वीकार किया, लेकिन उसने पाकिस्तान पर यह आरोप दोहराया कि इस्लामाबाद ने पहले हवाई हमले कर झड़प की शुरुआत की थी. समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पिन बोल्डक के स्थानीय निवासी अब धीरे-धीरे अपने घरों को लौटने लगे हैं, जहां से वे लड़ाई के दौरान पलायन कर गए थे. हालांकि, सीमा पर अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और दोनों ओर से भारी सैन्य तैनाती की खबरें हैं.

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