Bangladesh Violence Live: बांग्लादेश में नहीं थम रहा बवाल, प्रदर्शनकारियों ने पूर्व शिक्षा मंत्री के घर को फूंका
Osman Hadi Death Bangladesh Violence Live: बांग्लादेश में उस्मान हादी की मौत के बाद देशभर में हिंसक प्रदशन हो रहे. मीडिया हाउस को जला दिया, इंडियन हाई कमिशन और शेख मुजीबुर्रहमान के घर पर भी हमला हुआ.
बैकग्राउंड
19 दिसंबर को छात्र विद्रोह के नेता शरीफ उस्मान हादी की मृत्यु के बाद, बांग्लादेश में व्यापक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे. ढाका में जनता के आक्रोश के बीच, कई प्रदर्शनकारियों...More
बांग्लादेश के पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर बांग्लादेश चुनावों में देरी करने के लिए अशांति फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भारत के दूतावास पर हमला करने का मकसद भारत को उकसाना और अराजकता फैलाना था.
बांग्लादेश के पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी ने कहा, 'उस्मान हादी की मौत का भारतीय हाई कमीशन से क्या लेना-देना है. उस्मान हादी एक कट्टरपंथी था, जो दूसरों का खून बहाने की बात करता था. इसी बहाने यूनुस सरकार ने अन्य कट्टरपंथी राजनीतिक दलों की मदद से उसके चरमपंथियों और उनके कुछ लोगों को भड़काकर पूरे देश में दंगे भड़काने की कोशिश की.'
बांग्लादेश में शेख हसीना के विरोधी नेता उस्मान हादी की मौत के बाद ढ़ाका सहित कई शहरों में हिंसा भड़क उठी है. प्रदर्शनकारियों ने पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी के घर में आग लगा दी.
बांग्लादेश में शेख हसीना के विरोधी नेता उस्मान हादी की मौत के बाद हिंसा भड़की हुई है. सिंगापुर में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. सिंगापुर स्थित बांग्लादेश उच्चायोग के अनुसार हादी की पहली नमाज-ए-जनाजा सिंगापुर में होनी थी, लेकिन वहां की सरकार से अनुमति न मिलने के कारण यह नमाज नहीं होगी.
तृणमूल कांग्रेस ने बांग्लादेश हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर हमेशा केंद्र सरकार और देश के साथ खड़ी रही है. टीएमसी ने बयान जारी कर कहा, बीजेपी के कुछ नेताओं की ओर से बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल की स्थिति और ये कहना कि ऐसी घटनाएं यहां भी हो सकती है, ये बहुत खतरनाक है. इस मामले में विदेश मंत्री एस. जयशंकर को स्पष्टीकरण देना चाहिए.
बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सामिक भट्टाचार्य ने बांग्लादेश के हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पड़ोसी देश में हो रही घटनाओं के पीछे कट्टरपंथी ताकते हैं और ऐसा लगता है कि वे पूरी स्थिति को अपने नियमंत्रण में ले चुके हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय सही ढंग से स्थिति से निपट रहे हैं और जरूरी कार्रवाई करेंगे.
बांग्लादेश के पूर्व मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी ने कहा, 'पूरे देश में सनातन माइनॉरिटी पर हमला हो रहा है. बांग्लादेश चुनाव में देरी हो रहा है और इस घटना की जांच होनी चाहिए. बांग्लादेश में जिहादी मानसिकता के लोग काम कर रहे है, जिस वजह से मीडिया हाउस पर भी हमला हुआ है. ये पूरी घटना पहले से सोची समझी साजिश का नतीजा था इसमें वर्तमान सरकार भी शामिल है, क्योंकि बांग्लादेश में चुनाव होने वाले हैं.'
शरीफ उस्मान हादी के शव को देखने के लिए बांग्लादेशी छात्र सिंगापुर पहुंच गए हैं. सिंगापुर की अंगुलिया मस्जिद के बाहर बांग्लादेशियों का जमावड़ा लगा हुआ है.
शरीफ उस्मान हादी के शव को देखने के लिए बांग्लादेशी लोग सिंगापुर पहुंच गए हैं. सिंगापुर की अंगुलिया मस्जिद के बाहर बांग्लादेशियों का जमावड़ा लगा हुआ है.
BBC बांग्ला की रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने मयमनसिंह में एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या की कड़ी निंदा करते हुए इस घटना को अस्वीकार्य और देश के मूल्यों के विपरीत बताया है. बयान में सरकार ने कहा कि वह इस हत्या की गहरी निंदा करती है और इस बात पर जोर दिया कि जिसे वह नया बांग्लादेश कहती है, उसमें ऐसे कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है.
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार सुधारों में देरी को लेकर विरोध प्रदर्शनों से जूझ रही है. शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग अंतरिम सरकार पर अशांति फैलाने का आरोप लगा रही है. अवामी लीग को चुनाव में भाग लेने से बैन कर दिया है. देश में चुनाव 12 फरवरी को होने हैं.
बांग्लादेश के खुलना में पत्रकार इमदादुल हक मिलन की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि इस घटना में एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मिलोन शालुआ प्रेस क्लब के अध्यक्ष थे. हमले के समय मिलोन शालुआ बाजार की एक चाय की दुकान पर बैठे चाय पी रहे थे. उसी वक्त, दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार लोग अचानक आए, उस पर गोलियां चलाईं और तेजी से भाग गए.
चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायोग के बाहर हिंसा भड़कने से दो पुलिसकर्मियों समेत चार लोग घायल हो गए. पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार तड़के चटगांव के खुलशी इलाके में भारतीय दूतावास के कार्यालय के बाहर जमा हुए प्रदर्शनकारियों ने ईंटें फेंकीं और कार्यालय परिसर में तोड़फोड़ की.
बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने शुक्रवार को नोटिस जारी कर बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्यों और भारतीय छात्रों से यात्रा से बचने की अपील की है.
ढाका यूनिवर्सिटी में शेख मुजीबुर रहमान हॉल का नाम बदलकर 'शहीद उस्मान हादी हॉल ' कर दिया है और इस नाम के पोस्टर भी लगा दिए हैं. हादी की मौत के बाद परिसर में विरोध प्रदर्शनों के बीच, नेताओं ने आधी रात को हॉल के सामने एक पोस्टर लगाया, जिसमें हॉल का नाम हादी के नाम पर रखा गया था.
बांग्लादेश के खेल मंत्री आसिफ महमूद सजीब भुइयां ने कहा, 'जब भी हम इस देश के लिए एकजुट होते हैं, कोई स्वार्थी समूह अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देकर हमें नुकसान पहुंचाता है, हमें विवादों में घसीटता है और हमारे संघर्ष पर सवाल उठाने का मौका देता है. हम यह साफ करना चाहते हैं कि आज की उकसावे वाली कार्रवाई में शामिल लोगों की हम पहचान कर रहे हैं. कुछ लोग हादी की शहादत के बाद न्याय की मांग करने वाले हमारे आंदोलन को भड़काकर दूसरी दिशा में मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.'
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, चटगांव में भी कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं. भारतीय सहायक उच्चायुक्त के आवास के सामने बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए. उन्होंने उच्चायोग पर ईंटें फेंकीं. इसके अलावा, शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी के घर में तोड़फोड़ की गई और उसे आग लगा दी गई. राजशाही स्थित अवामी लीग ऑफिस में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई.
बांग्लादेश के चुनाव आयोग ने उस्मान हादी की मौत पर दुख जताया है. शोक संदेश में चुनाव आयोग ने कहा कि हादी बांग्लादेश के लिए पूरी तरह समर्पित थे, एक संघर्षशील व्यक्ति थे और युवाओं की आवाज थे.
इंकलाब प्लेटफॉर्म के फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, उस्मान हादी के रिश्तेदार शुक्रवार को दोपहर 3:50 बजे उनके शव के साथ सिंगापुर से रवाना होंगे. वे शाम करीब 6 बजे बांग्लादेश पहुंचेंगे. इंकलाब मंच ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार शनिवार को जोहर की नमाज (दोपहर की नमाज) के बाद ढाका के मानिक मियां एवेन्यू में होगा.
बांग्लादेश पुलिस के मुताबिक, ढाका में धर्म का अपमान करने के आरोप में लोगों के एक समूह ने एक हिंदू युवक को पीट-पीटकर मार डाला. शुक्रवार को एक युवक को नग्न करके फांसी पर टांग दिया गया. बाद में उसकी लाश को खंभे पर बांधकर आग लगा दी गई. पुलिस ने मृतक युवक की पहचान दीपू चंद्र दास के रूप में की है.
उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसक अशांति फैली है. इसी बीच, पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान के आम चुनाव से पहले 25 दिसंबर को देश लौटने की योजना बन रही है. प्रोथोम आलो के अनुसार, रहमान ने लंदन स्थित बांग्लादेश उच्चायोग में यात्रा पास के लिए आवेदन किया है.
इंकलाब मंच के संयोजक शरीफ उस्मान बिन हादी की मौत के बाद, एक क्रोधित भीड़ ने ढाका स्थित बंगाली सांस्कृतिक संगठन छायानाट के परिसर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी. एक वीडियो में, भीड़ देश में कला और संस्कृति को बढ़ावा देने वाले इस महत्वपूर्ण केंद्र पर हमला करते हुए 'अल्लाहू अकबर' के नारे लगा रही है.
BD न्यूज के मुताबिक, ढाका के कावरान बाजार में द डेली स्टार अखबार के कार्यालय पर भीड़ के हमले के चार घंटे से अधिक समय बाद कम से कम 25 पत्रकारों को बचाया गया. शुक्रवार की अल सुबह भीड़ अंग्रेजी दैनिक के कार्यालय में घुस गई थी. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने बंगाली दैनिक प्रोथोम आलो पर हमला किया था, इमारत में तोड़फोड़ की थी और नारे लगाते हुए आग लगा दी थी.
AFP के मुताबिक, बांग्लादेश के सबसे बड़े समाचार पत्रों में शामिल दोनों समाचार पत्रों को प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया है क्योंकि उनका आरोप है कि वे पड़ोसी देश भारत के साथ गठबंधन में हैं, जहां शेख हसीना ने शरण ली है.
रॉयटर्स समाचार एजेंसी के मुताबिक, बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान (पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता) के आवास में एक बार फिर तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल फरवरी और फिर अगस्त में इस घर पर दो बार हमला हुआ था, जो मौजूदा अशांति के बीच एक और घटना को दर्शाता है.
स्थानीय टेलीविजन पर प्रसारित फुटेज और AFP से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ढाका को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले एक प्रमुख राजमार्ग को बंद कर दिया और दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के चटगांव में एक पूर्व मंत्री के आवास में तोड़फोड़ की. इसके अलावा, अशांति के लगातार फैलने के बीच, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में बंगाली संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक प्रमुख केंद्र, छायानाट को भी निशाना बनाया.
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, हादी की मौत की घोषणा के बाद ढाका विश्वविद्यालय परिसर के पास राजधानी के शाहबाग चौराहे पर सैकड़ों छात्र और लोग जमा हो गए और 'तुम कौन हो, मैं कौन हूं-हादी, हादी' जैसे नारे लगाए. 'जातीय छात्र शक्ति' छात्र समूह ने ढाका विश्वविद्यालय परिसर में शोक जुलूस निकाला और प्रदर्शन में शामिल होने के लिए शाहबाग की ओर मार्च किया.
उस्मान हादी की मौत के मामले में अन्य गिरफ्तार लोगों में मोहम्मद नूरुज्जमान नोमानी उर्फ उज्ज्वल, मोहम्मद कबीर, अब्दुल हन्नान, मोहम्मद हिरोन, मोहम्मद रज्जाक, फैसल की प्रेमिका मारिया अख्तर, सिमिरोन देव और संजय चिसिम शामिल हैं, जिनकी पहचान जांचकर्ताओं ने हलुआघाट सीमा क्षेत्र में सक्रिय मानव तस्करों के रूप में की है.
अब तक पुलिस और RAB ने हत्या के सिलसिले में 14 लोगों को हिरासत में लिया है और गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में आरोपी फैसल के पिता मोहम्मद हुमायूं कबीर (70), माता मूसा हासी बेगम (60), पत्नी शहीदा परवीन सामिया और बहनोई वाहिद अहमद सिपु शामिल हैं.
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने फैसल करीम मसूद की पहचान उस बंदूकधारी के रूप में की है जिसने उस्मान हादी पर गोली चलाई थी. पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) ने बताया कि हमले में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल को उसका साथी आलमगीर शेख चला रहा था. कई जांच सूत्रों ने बताया कि दोनों संदिग्धों ने अवैध रूप से सीमा पार की और भारत भाग गए.
नेशनल सिटीजन पार्टी (NCP) और बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी ने उस्मान हादी के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, 'हमारे साथी कॉमरेड के निधन से NCP के सभी स्तरों के नेता और कार्यकर्ता गहरे शोक में हैं. हम उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और उनके शोक संतप्त परिवार और परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.'
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, इंकलाब मंच के कार्यकर्ता मोहम्मद रफी (हादी के पीछे एक दूसरे रिक्शे पर थे) ने बताया कि जुमे की नमाज (12 दिसंबर) के बाद वह लोग दोपहर का खाना खाने हाईकोर्ट इलाके की ओर जा रहे थे. बिजयनगर पहुंचते ही मोटरसाइकिल पर आए दो लोगों ने हादी पर गोली चला दी और भाग गए.
मोहम्मद यूनुस ने हादी की मौत पर देश को संबोधित करते हुए कहा, 'उस्मान हादी की मौत देश के राजनीतिक और लोकतांत्रिक जीवन के लिए बड़ी क्षति है. सरकार शहीद उस्मान हादी की पत्नी और उनके इकलौते बच्चे की जिम्मेदारी लेगी. हादी की हत्या में शामिल सभी आरोपियों को जल्द कटघरे में लाया जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी. इस मामले में कोई ढील नहीं दी जाएगी.'
जुलाई विद्रोह के प्रमुख नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत पर व्यापक आक्रोश के बीच प्रदर्शनकारियों ने देश के सबसे बड़े अखबार, डेली प्रथम आलो के कार्यालय में तोड़फोड़ की है. ढाका में डेली स्टार अखबार की इमारत पर भी हमला किया गया है.
उस्मान हादी को आपातकालीन चिकित्सा उपचार के लिए 15 दिसंबर को हवाई मार्ग से बांग्लादेश से सिंगापुर जनरल अस्पताल (SGH) के न्यूरोसर्जिकल गहन चिकित्सा इकाई में ले जाया गया था. ढाका में उन्हें सिर में गोली मार दी थी.
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