ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित एक हिंदू मंदिर और दो एशियाई रेस्तरां में नस्लवादी नफरती नारे लिखे पाए गए. इस घटना के सामने आने के बाद यहां रहने वाले हिंदू समुदाय के सदस्यों के बीच चिंता बढ़ गई है. गुरुवार (24 जुलाई, 2025) को एक स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है.
ऑस्ट्रेलिया टुडे वेब पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक, मेलबर्न के पूर्वी उपनगर बोरोनिया में वाडहर्स्ट ड्राइव पर श्री स्वामीनारायण स्वामी का मंदिर स्थित है और सोमवार (21 जुलाई, 2025) की सुबह मंदिर की दीवारों पर लाल रंग से नफरत भरी नस्लवादी बातें लिखी गईं.
वहीं, पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक, उसी दिन सोमवार (21 जुलाई) को ही मेलबर्न के बोरोनिया रोड पर स्थित दो एशियाई रेस्तरां पर भी एक ही तरह के अपशब्द लिखे गए थे.
मामले को लेकर विक्टोरिया पुलिस ने क्या कहा?
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया पुलिस ने इस घटना की पुष्टि की है. विक्टोरिया पुलिस ने कहा, “हमारे समाज में घृणा पर आधारित और नस्लवादी व्यवहार के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं है.”
हिंदू समुदाय ने अंतरधार्मिक समूहों से मांगा समर्थन
वेब पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना से स्तब्ध हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया, विक्टोरिया चैप्टर के अध्यक्ष मकरंद भागवत ने कहा, “यह हमारी पहचान, पूजा करने के हमारे अधिकार और धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला जैसा लगता है.” वहीं, इस बीच, हिंदू समुदाय ने इस कृत्य की निंदा की है और घटना के बाद अंतरधार्मिक समूहों से समर्थन का आग्रह किया है.
यह नफरत फैलाने के लिए किया गया कृत्य था- प्रधानमंत्री जसिंटा एलन
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया की प्रधानमंत्री जसिंटा एलन ने हिंदू मंदिर के प्रबंधन को भेजे एक निजी संदेश में इन नफरती नारों को घृणास्पद और नस्लवादी करार दिया है.
रिपोर्ट में जसिंटा के संदेश का हवाला देते हुए कहा गया है, “इस हफ्ते जो हुआ वह नफरत से भरा, नस्लवादी और बहुत ही परेशान करने वाला था. यह सिर्फ मंदिर के रूप को बिगाड़ना नहीं था, बल्कि यह नफरत फैलाने के लिए जानबूझकर की गई एक कोशिश थी. जिसका मकसद लोगों को डराना, विभिन्न परिवेशों के रहने वाले लोगों को अलग-थलग करना और डर फैलाना था.”
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