Migrants Droped At Kamala Harris Home: प्रवासियों से भरी तीन बसों को क्रिसमस की पूर्व संध्या पर वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के घर पर उतार दिया गया. इस दौरान अमेरिका बर्फीली हवाओं की मार झेल रहा था. बस में लगभग 110 से 130 प्रवासी थे. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बस में वेनेजुएला, क्यूबा, ​​​​निकारागुआ, पेरू और कोलंबिया से आए लोग थो जो अमेरिका में शरण चाहते हैं.


प्रशासन के अधिकारी के मुताबिक, शुरुआत में दो बसों को स्थानीय आश्रय स्थलों में ले जाया गया. शनिवार शाम उपराष्ट्रपति आवास के बाहर और बसें पहुंचीं. सीएनएन के एक दल ने देखा कि प्रवासियों को छोड़ दिया जा रहा है, कुछ प्रवासियों ने ठंड के मौसम में केवल टी-शर्ट पहन रखी है. उन्हें कंबल दिए गए और दूसरी बस में स्थानीय चर्च ले जाया गया.


यह स्पष्ट नहीं है कि नेवी वॉच में प्रवासियों को भेजने के लिए कौन जिम्मेदार है, हालांकि सीएनएन ने इस साल की शुरुआत में रिपोर्ट दी थी कि टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने उत्तर में प्रवासियों के बस भेजे थे. जिसमें हैरिस के घर के बाहर भी प्रवासियों को भेजा गया था.


स्थिति से वाकिफ प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि तीन में से दो बसों को स्थानीय आश्रय स्थलों में ले जाया गया. स्थानीय चर्च ले जाने से पहले प्रवासियों को कंबल और गर्म कपड़े दिए गए.


टेक्सास के धुर-दक्षिणपंथी गवर्नर ग्रेग एबॉट को हैरिस के नेवल ऑब्जर्वेटरी होम में प्रवासी बसें भेजने के लिए जाना जाता है. माइग्रेंट सॉलिडेरिटी म्यूचुअल एड नेटवर्क के आयोजक एमी फिशर ने एबीसी 7 को बताया, "यह वास्तव में गवर्नर एबट की क्रूरता को दर्शाता है.''


भारतीय मूल की हैं कमला हैरिस


अमेरिकी चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से जीत दर्द कर कमला हैरिस उप राष्ट्रपति बनी. कमला हैरिस (55) की मां भारतीय और पिता जमैका के हैं. पहली बार किसी भारतीय मूल तथा अश्वेत महिला को उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना गया है.