World Trade Centre: साल 2001...तारीख 11 और महीना सितंबर... ये इतिहास (History) का वो काला दिन (Black Day) था जिसने न सिर्फ अमेरिका (America) बल्कि दुनिया को ही हिला कर रख दिया था. 11 सितबंर 2001 को सबसे बड़ा आतंकी हमला (Terrorist Attack) हुआ. इस हमले में हजारों लोग मारे गए, कई हजार लोग घायल हुए और कई लोगों की तो लाशें तक नहीं मिलीं. अमेरिका की जगह कोई दूसरा देश होता तो इस आतंकी हमले से जल्दी नहीं उबर पाता लेकिन अमेरिका न सिर्फ इस हमले से उबरा बल्कि हमले के गुनाहगारों को उसने ढूंढकर मार डाला.


इस हमले के मास्टर माइंड और अलकायदा के आतंकी ओसामा बिन लादेन को उसने पाकिस्तान में घुसकर मार डाला. अमेरिका पर हुए इस आतंकी हमले के हमले के बाद महाशक्ति ने आतंक के खिलाफ बिगुल बजा दिया. उस वक्त अमेरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज बुश को इस बात का अंदाजा लगाने ज्यादा समय नहीं लगा कि इस हमले के पीछे अलकायदा का हाथ है. हमले के बाद जॉर्ज बुश ने अलकायदा चीफ ओसामा बिन लादेन को जिंदा या मुर्दा पकड़ने पर ढाई करोड़ डॉलर का इनाम रखा था. 10 साल बाद 9/11 हमले का बदला लिया गया. ओसामा को मारने के पूरे ऑपरेशन की निगरानी तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने की थी. ओबामा ने ही ओसामा के मारे जाने की पुष्टि भी की थी.


अमेरिका का ऑपरेशन नेपच्यून


9/11 हमले के बाद अमेरिका ने ओसामा और अलकायदा के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया. अफगानिस्तान में अलकायदा और तालिबानी आतंकियों को चुन-चुनकर मारा गया. 10 साल चले ऑपरेशन में अमेरिका ने आतंकियों को मौत की नींद सुला दिया. फिर भी एक कसक अमेरिका को रह गई कि इस हमले का मास्टर माइंड अभी भी नहीं मारा गया, कई प्रयासों के बाद भी ओसामा उसकी गिरफ्त से बाहर था. फिर आता है वो दिन जब अमेरिका को ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में छिपे होने की खबर लगती है. इसके बाद अमेरिका ऑपरेशन नेपच्यून स्पीयर शुरू करता है.


पाकिस्तान को ऑपरेशन की भनक तक नहीं


ऑपरेशन नेपच्यून स्पीयर को इतना गोपनीय रखा गया था कि इसकी भनक पाकिस्तान को भी नहीं थी. इस ऑपरेशन को अमेरिकन नेवी सील के कमांडो ने अंजाम दिया था. ओसामा को मारने के लिए करीब 25 सील कमांडो ने 6 अमेरिकी हेलिकॉप्टरों में अफगानिस्तान से उड़ान भरी. 90 मिनट के सफर के बाद पाकिस्तान के इस्लामाबाद से 120 किमी दूर एबटाबाद में ये हेलिकॉप्टर उतरते हैं और 40 मिनट तक ये ऑपरेशन चलता है.


इस तरह मारा गया ओसामा बिन लादेन


अमेरिकी नेवी सील (American Navy Seal) के कमाडो (Commando) उस कंपाउंड में उतरते हैं जहां पर ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden) रहता है. इस मकान की तीसर मंजिल पर ओसामा रहता था. अमेरिकी कमांडो (American Commando) वहां पर पहुंचते हैं और लादेन के चेहरे और सिर पर गोली मारते हैं. लादेन को मारने के बाद अमेरिकी कमांडो उसकी लाश को एक बैग में पैक करते हैं और अफगानिस्तान (Afghanistan) लेकर आते हैं. लादेन की मौत के बाद उसकी लाश (Dead Body) को दफनाने की जगह समुद्र (Sea) में बहा दिया जाता है.


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