अमेरिका के परमाणु हथियार कार्यक्रम में मिनटमैन-3 इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल आज भी सबसे महत्वपूर्ण और घातक हथियार मानी जाती है. यह मिसाइल अमेरिका की सामरिक शक्ति का आधार है, जिसकी पहुंच, गति और वारहेड क्षमता इसे किसी भी आधुनिक देश के लिए गंभीर खतरा बना देती है. मिनटमैन 3 मिसाइल की मूल निर्माण लागत (यूनिट लागत) लगभग 70 लाख डॉलर (लगभग 58 करोड़ रुपये) है.

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मिनटमैन-3 एक जमीन आधारित ICBM है, जिसे Boeing Defense ने विकसित किया था. इस मिसाइल को अमेरिकी रणनीतिक बलों के लिए ऐसी रीढ़ माना जाता है, जो किसी भी बड़े अंतरराष्ट्रीय संकट में अमेरिका को तुरंत जवाब देने की क्षमता देती है. इसे भूमिगत साइलो से लॉन्च किया जाता है और यह कुछ ही मिनट में उड़ान भर सकती है.

10,000 किलोमीटर से अधिक मारक दूरी

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इस मिसाइल की सबसे बड़ी ताकत इसकी लंबी रेंज है. यह बिना रोके हजारों किलोमीटर उड़कर ऐसे देशों तक पहुंच सकती है, जो अमेरिका से बिल्कुल विपरीत दिशा में स्थित हैं. इसी क्षमता के कारण यह रूस, चीन, मध्य-पूर्व और एशिया तक पहुंच रखने वाली प्रमुख रणनीतिक मिसाइल मानी जाती है.

रफ्तार इतनी तेज कि रोकना लगभग नामुमकिन

मिनटमैन-3 की स्पीड लगभग Mach 20 बताई जाती है, जो 24,000 किमी प्रति घंटे के आसपास बैठती है. जब मिसाइल एक बार उड़ान भर लेती है तो वर्तमान तकनीक वाले एयर-डिफेंस सिस्टम के लिए इसे बीच में रोक पाना लगभग असंभव हो जाता है. यही कारण है कि इसे दुनिया की सबसे तेज़ और घातक ICBM में गिना जाता है.

एक मिसाइल, तीन परमाणु हमले – MIRV तकनीक

मिनटमैन-3 की असली शक्ति उसके मल्टी-वारहेड सिस्टम में छिपी है. यह मिसाइल MIRV तकनीक से लैस है, जिसके कारण एक ही मिसाइल में तीन परमाणु वारहेड लगाए जा सकते हैं. उड़ान के दौरान ये तीनों वारहेड अलग-अलग दिशाओं में जाकर लक्ष्य को नष्ट कर सकते हैं. इससे इसकी विनाश क्षमता कई गुना बढ़ जाती है.

सॉलिड फ्यूल तकनीक से तुरंत लॉन्च की क्षमता

इस मिसाइल में तीन स्तर वाले सॉलिड-फ्यूल रॉकेट मोटर लगे हैं. इस तकनीक का फायदा यह है कि मिसाइल को बिना किसी देरी के तुरंत लॉन्च किया जा सकता है. सॉलिड फ्यूल मिसाइल को स्थिर उड़ान और अधिक गति भी प्रदान करता है, जिससे यह लंबी दूरी पर भी सही निशाना साधती है.

मिसाइल की कीमत और अमेरिका का स्टॉक

एक मिनटमैन-3 मिसाइल की अनुमानित कीमत 7 मिलियन डॉलर के करीब मानी जाती है, जो भारतीय मुद्रा में लगभग 58 करोड़ रुपये बैठती है. वर्तमान समय में अमेरिका के पास लगभग 530 सक्रिय यूनिट मौजूद हैं, जिन्हें विभिन्न मिसाइल साइलो में सुरक्षित रखा गया है.

क्यों कहा जाता है इसे Doomsday Missile?

मिनटमैन-3 को इतना ख़तरनाक इसलिए माना जाता है क्योंकि इसकी गति, रेंज, सटीकता और मल्टी-वारहेड क्षमता किसी भी देश की सुरक्षा प्रणाली को चुनौती दे सकती है. यह मिनटों में महाद्वीप पार कर सकती है और एक साथ कई बड़े शहरों को निशाने पर ले सकती है. यही कारण है कि विशेषज्ञ इसे अक्सर “Doomsday Missile” यानी सर्वनाश करने वाली मिसाइल भी कहते हैं.

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