काबुल: अफगानिस्तान में आज दिलचस्प सियासी घटनाक्रम देखने को मिला. अशरफ गनी ने आज राष्ट्रपति पद की शपथ ली. बतौर राष्ट्रपति ये उनका दूसरा कार्यकाल होगा. लेकिन दिलचस्प ये है कि उनके प्रतिद्वंद्वी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने भी समानांतर रूप से राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली. इसके बाद देश में राजनीतिक संकट गहरा गया है और तालिबान के साथ आगामी शांति वार्ता को लेकर आशंकाएं बढ़ गयी हैं.


अशरफ गनी के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बम विस्फोट की आवाज सुनी गई. जिसके बाद समारोह में अफरातफरी मच गया. समारोह में पीछे की तरफ लोग भागते दिखे. इस दौरान गनी स्पीच देते रहे.


गनी ने शपथ ग्रहण समारोह में कहा, ‘‘ मैं अल्लाह के नाम पर शपथ लेता हूं कि मैं पवित्र इस्लाम धर्म का पालन और उसकी रक्षा करूंगा. मैं संविधान का सम्मान, उसकी निगरानी और उसे लागू करूंगा.’’ गनी ने विदेशी मेहमानों, राजनयिकों और वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में एक शपथ ग्रहण समारोह में शपथ ली.





पिछले साल सितंबर में हुए चुनाव में गनी को विजेता घोषित किया गया था लेकिन अब्दुल्ला ने मतदान को चुनौती दी थी और उन्होंने आज अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ एक समांतर समारोह में अफगानिस्तान की स्वतंत्रता, राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को अक्षुण्ण रखने की शपथ ली.