इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश में भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के नाम में 'रामजी' जोड़े जाने पर जारी विवाद के बीच दो-दो जगहों पर मूर्ति तोड़े जाने की घटना सामने आई है. पहला मामला इलाहाबाद का है. जहां झूंसी के शांतिपुरम इलाके में भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति तोड़ दी गई. इस घटना के बाद पूरे इलाके में भारी तनाव है.


मूर्ति तोड़े जाने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए फूलपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद नागेंद्र सिंह पटेल धरने पर बैठ गये हैं. शनिवार सुबह से ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी हो रही है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की गई है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अराजकतत्वों को चिन्हित किया जा रहा है. उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

दूसरा मामला सिद्धार्थनगर जिले का है. जहां डुमरियागंज थाना क्षेत्र के गौहनिया में देर रात शरारती तत्वों ने अम्बेडकर की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया. मूर्ति तोड़े जाने के बाद ग्रामीणों में काफी रोष है.

उत्तर प्रदेश में अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने का कोई पहला मामला नहीं है. पिछले दिनों आजमगढ़ के कप्तानगंज के राजापट्टी गांव में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ दी गई थी. इससे पहले मेरठ में कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया था.

प्रतिमा तोड़े जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी देते हुए कहा था कि महापुरुषों की मूर्ति तोड़े जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.

त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने की घटना के बाद बड़े स्तर पर मूर्ति तोड़े जाने का मामला सामने आया है. तमिललनाडु, केरल और पश्चिम बंगाल में भी कई जगहों पर अज्ञात लोगों ने प्रसिद्ध शख्सियतों की मूर्ति तोड़ दी थी.

अंबेडकर के नाम में योगी सरकार ने जोड़ा 'रामजी', बीजेपी नेता उदित राज बोले- दलित नाराज हो रहे हैं


BLOG: मूर्तिभंजक राजनीति: कहीं हम लोकतंत्र पर ही तो जेसीबी नहीं चला रहे!