नई दिल्ली: टाइम्स नाउ-वीएमआर के ताजा ओपिनियन पोल के मुताबिक एनडीए को देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में आने वाले आमचुनावों में भारी सीटों का नुकसान झेलना पड़ सकता है. इसके मुताबिक अगर लोकसभा चुनाव होते हैं तो पिछली बार 73 सीटें जीतने वाली एनडीए इस बार महज 27 सीटों पर सिमट कर रह जाएगी. इसके मुताबिक बीजेपी के वोट शेयर में 4.4 फीसदी की कमी आने का अनुमान है. ये सर्वे जनवरी 2019 में किया गया है.
वहीं ये ओपिनियन पोल एसपी-बीएसपी गठबंधन को 51 सीटें दे रहा है. बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में एसपी को पांच सीटें ही मिली थीं. वहीं मायावती की पार्टी बीएसपी अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी.
2014 में यूपी में चला था 'मोदी लहर' का जादू
बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था. 80 लोकसभा सीटों वाले राज्य यूपी में बीजेपी ने अकेले 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं इसकी सहयोगी पार्टी अपना दल ने दो सीटों पर चुनाव जीता था. यानी एनडीए ने कुल 73 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं एसपी, बीएसपी और कांग्रेस तीनों पार्टियां अलग-अलग होकर चुनाव लड़ी थीं. 'मोदी लहर' में समाजवादी पार्टी मात्र पांच और कांग्रेस दो सीटों पर सिमट कर रह गई थी. मायावती की बीएसपी तो खाता भी नहीं खोल सकी.
एसपी-बीएसपी गठबंधन इस बार बदल सकता है माहौल
इस बार का माहौल कुछ और ही कह रहा है. एसपी-बीएसपी ने लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन कर लिया है. सीटों का बंटवारा भी हो चुका है. एसपी-बीएसपी ने एलान किया कि वह 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. दो सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी गई हैं. इस गठबंधन को राष्ट्रीय राजनीति में बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है.
कांग्रेस ने खेला है ‘प्लान P’ वाला बड़ा दांव
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को महासचिव नियुक्त किया है. प्रियंका को पूर्वी यूपी की कमान सौंपी है. अध्यक्ष के बाद ये पार्टी में सबसे ताकतवर पद माना जाता है. सूबे में हाशिए पर पहुंची कांग्रेस ने अपना सबसे बड़ा दांव खेल दिया है. ये दांव है ‘प्लान P’ यानी प्रियंका गांधी वाड्रा. प्रियंका के सहारे कांग्रेस उत्तर प्रदेश में एक तीर से कई निशाना साधने की कोशिश में हैं. गांधी परिवार की वारिस प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने बड़े भाई राहुल गांधी से करीब 15 साल बाद सक्रिय राजनीति में 47 साल की उम्र में कदम रखा है.
कांग्रेस प्रियंका से किस जादू की उम्मीद कर रही है?
प्रियंका के पास यूपी में 80 में से 43 सीटों की जिम्मेदारी है. इन 43 में से 2014 में सिर्फ 2 सीट कांग्रेस ने जीती थी. पूर्वांचल की 30 सीटों पर कांग्रेस को 6 फीसदी वोट मिले थे. अवध की 13 सीटों पर 18 फीसदी वोट मिले थे, जबकि राज्यभर में कांग्रेस को 8.4 फीसदी वोट मिले थे.