लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन के साथ-साथ अब प्रदेश भर के स्कूलों में भी दीपोत्सव मनाने की पहल की है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने एक निर्देश जारी कर जिला विद्यालय निरीक्षकों से कहा है कि "वे अपने-अपने जिले के स्कूलों में दीपोत्सव कार्यक्रम को बेहतर ढंग से आयोजित कराएं."
निर्देश में कहा गया है, "25 व 26 अक्टूबर को अपने-अपने स्कूलों में दीये जलाएं. दीपोत्सव की फोटो और स्कूल का नाम सहित पूरा विवरण ईमेल करें. बेहतर ढंग से दीपोत्सव मनाने वाले 51 माध्यमिक स्कूलों व 51 प्राथमिक स्कूलों को पुरस्कृत किया जाएगा."
निर्देश के अनुसार, "इससे पहले 25 अक्टूबर तक सभी माध्यमिक स्कूल अनिवार्य रूप से स्वच्छता अभियान चलाएंगे और इसकी फोटो भी दीपोत्सव के फोटो के साथ ही ईमेल के माध्यम से भेजें."
माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने बताया, "स्कूल अपनी स्वेच्छा से इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं. राज्य सरकार की मंशा है कि दिवाली जैसे पर्व को धूम-धाम से मनाया जाए. ऐसे आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों को देश की धर्म व संस्कृति से और मजबूती के साथ जोड़ा जा सकेगा."
शिक्षा विभाग के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 'दीपोत्सव का ज्ञान भावी पीढ़ी को मिले इसके अलावा भारतीय संस्कृति में आयोजित होने वाले पर्व त्यौहारों की जानकारी भी मिले.'
बता दें कि धार्मिक नगरी अयोध्या में दीपावली के अवसर पर शुरू किया गया 'दीपोत्सव' देश दुनिया में पहचान बना चुका है और इस वर्ष दीपोत्सव को पहले से कहीं अधिक भव्य बनाने की तैयारी है. इस मौके पर रिकार्ड संख्या में दीये जलाकर विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी है.
दीपोत्सव 24 से 26 अक्टूबर के बीच अयोध्या में होगा और इस बार लगभग चार लाख दीये जलाकर उस विश्व रिकार्ड को तोड़ने की तैयारी है जो पिछले वर्ष तीन लाख से अधिक दीये जलाकर बनाया गया था. पिछले साल पवित्र सरयू नदी के किनारे जलाए गए ये दीये लगभग 45 मिनट तक जले और इनकी भव्यता की देश दुनिया में खूब चर्चा हुई.
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