शशिशेखर त्रिपाठी। चौराहे को लेकर कुछ बातें प्रचलित हैं। ऐसे में जानते हैं कि इसके विषय में क्या कारण है जो हम लोगों को इतना अलर्ट किया जाता है। अक्सर घर के बड़े-बुजुर्गों को कहते सुना होगा कि चौराहे को बीच से पार करते समय बहुत ध्यान रखना चाहिए। चौराहा राहु का प्रतिनिधित्व करता है। राहु के कुछ डायमेंशन को छोड़ कर बाकी लगभग सभी डायमेंशन में बहुत निगेटिव एनर्जी ही होता है।

राहु एक प्रकार का भ्रम है। राहु ही माया है। कन्फ्यूज कराने में राहु बहुत माहिर होता है। जब समय खराब होता है तो मति यानी दिमाग को ठीक रखना बहुत जरूरी होता है और राहु ही है जो मति भ्रमित कर देता है। कहा भी तो जाता है 'विनाश काले विपरीत बुद्धि'

विष्णु पुराण में जीवन को सुखी और खुशहाल बनाने के नियम बताए गए हैं। इन नियमों के पालन से भगवान विष्णु मां लक्ष्मी और सभी देवी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। रास्ते पर जाते समय हमें बहुत सारी नकारात्मक चीजें दिखाई देती हैं, उनके ऊपर से नहीं जाना चाहिए।

कुछ वस्तुएं ऐसे ही होती हैं। जिनका ऑरा निगेटिव एनर्जी दे रहा होता है तो यदि कोई व्यक्ति उस ऑरे में प्रवेश करता है या उसके ऊपर से निकलता है तो उनकी सकारात्मक ऊर्जा का हृास हो जाता है। इसीलिए रास्ते और चौराहों पर बड़े बुजुर्ग ध्यान से चलने की सलाह देते हैं।

शास्त्रों के अनुसार मृत प्राणियों के स्पर्श से व्यक्ति अपवित्र हो जाते हैं और उनको स्नान करना पड़ता है। तभी किसी की शव यात्रा पर जाने के पश्चात स्नान किया जाता है। कई बार रास्ते में दुर्घटना होने के बाद जानवरों की मौत हो जाती है। उसके बाद रास्ते पर ही उनका शव पड़ा रहता है। ध्यान रखना चाहिए कि उनके ऊपर से अपना वाहन कभी नहीं निकालना चाहिए। दर्शकों यही नहीं उसको देखने से भी उनकी नकारात्मक ऊर्जा आपका मन तक खराब कर देती है। और कहीं स्पर्श हो जाए तो घर जाकर स्नान अवश्य करना चाहिए।

बालों को भी अपवित्र माना जाता है। रास्ते में कहीं बाल पड़े हों तो उसको नहीं लांघना चाहिए। थोड़ा किनारे से उससे बचकर निकल जाना चाहिए। दर्शकों एक बात ध्यान रखनी चाहिए जितनी स्वयं की लंबाई हो उतना गैप बनाकर ही निकलना चाहिए। रास्ते में कहीं कांटे रखें दिखाई दें तो दूर से निकलना चाहिए क्योंकि कई लोगों को कांटे चौराहे या रास्ते पर रखने की सलाह दी जाती है ताकि उनके जीवन के कांटे दूर हो जाए। इसलिए किसी के जीवन के कांटे से स्वयं को दूर रहना चाहिए।

किसी भी प्रकार की राख, जली हुई लकड़ी या अन्य कोई भी चीज जली हो उसको कभी भी भूल कर लांघना नहीं चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा प्रभावी हो जाती है और स्वास्थ्य तक खराब हो सकता है। गाड़ी चलाते समय ध्यान रखें कि कभी भी नींबू को कुचलना या लांघना नहीं चाहिए।

अक्सर चौराहों पर नींबू रखा दिखाई दे, ऐसा लगे कि किसी ने यहां पर विशेष रूप से रखा है या वहां पर पूजन किया तो चौराहे के बहुत किनारे से ही निकलना चाहिए। कई बार पत्तल में खाद्यपदार्थ भी रखा दिखाई देता है। उससे भी बहुत बच कर निकलना चाहिए। काम की बात महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी सिर धोकर गीले बाल चौराहा नहीं पार करना चाहिए। देखा गया है कि ऐसा करने वाली महिलाओं को अक्सर सिर दर्द जैसे समस्याएं होती हैं। इसलिए बाल सुखाकर ही घर से निकलना चाहिए।