पटना: लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने कांग्रेस से बिहार में महागठबंधन के लिए अपने लिए नेतृत्व करने की मांग की. सोमवार को दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक में तेजस्वी ने जो कुछ कहा उससे ये साफ हो गया है कि तेजस्वी अपने लिए बड़ी भूमिका चाहते हैं. तेजस्वी की तरफ से एक प्रेस रिलीज़ जारी की गई है. तेजस्वी ने सबसे पहले आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की ओर से शुभकामनाएं दीं. फिर उन्होंने आरजेडी की ओर से बिंदुवार अपनी बातें रखीं.
# तानाशाही मिजाज़ ने देश में अघोषित इमरजेंसी लगा दी है. संवैधानिक संस्थाओं को मृतप्राय किया जा रहा है.
# केंद्रीय एजेंसियों का लगातार दुरुपयोग करते हुए विपक्ष के नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. हमारे संदर्भ में सीबीआई के हवाले से जो खबर आई है उससे हालात और भयावह लगते हैं.
# अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यकों को लगातार मुख्यधारा से बहिष्कृत करने की कार्रवाई हो रही है.
# किसानों, नौजवानों और लहूलुहान अर्थव्यवस्था के मद्देनजर हम सभी दलों को मुद्दा आधारित संघर्ष को लोगो तक फौरी तौर पर ले जाना होगा.
# सीटों का तालमेल शीघ्र किया जाए और आकलन एक-एक सीट के आधार पर हो.
# कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है अतः उनकी भूमिका भी बनती है लेकिन उन्हें हर क्षेत्र/राज्य के मजबूत दल को महत्वपूर्ण निर्णय मसलन मुद्दे, और अन्य दलों के सम्मिलित करने आदि में ड्राइविंग सीट देनी चाहिए.
# हमें यह हमेशा सोचना चाहिए कि राज्य की राजनीति और वहां की सफलता राष्ट्रीय राजनीति के तेवर बदलेगी.
# सबसे महत्वपूर्ण है कि अगर हम एक साथ नहीं आये तो संविधान ख़त्म कर दिया जाएगा. ज़ोर प्री-पोल (चुनाव से पहले ) अलायन्स पर हो और इसके अलावा पोस्ट पोल अलायन्स की संभावना रखनी चाहिए.
तेजस्वी यादव ने सीट शेयरिंग शीघ्र कराने और फिर महागठबंधन में मुद्दे और कौन दल शामिल हो या न हो इसमें उनकी अहम भूमिका को लेकर ड्राइविंग सीट की मांग कर अपना पासा फेंक दिया है.