वाराणसी: डीजीपी ओपी सिंह के हालिया वाराणसी दौरे का असर दिखना शुरू हो गया है. बुधवार शाम एसएसपी रामकृष्ण भारद्वाज जब अपने ऑफिस से निकले तो चौंकाने वाली घटना हुई. एसएसपी जैसे ही अपने ऑफिस के गेट से निकले, उनकी गेट के पास लाचारी की हालत में खड़े एक शख्स पर पड़ी. एसएसपी ने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवा दी.

एसएसपी गाड़ी से उतर उस शख्स के पास पहुंचे. जानकारी करने पर मालूम हुआ कि यह शख्स न केवल चलने-फिरने से लाचार हैं बल्कि आंखों से देख भी नहीं सकते. इन शख्स का नाम विक्रमादित्‍य चक्रवर्ती है. ये शिवपुर इलाके के रहने वाले हैं और कांशीराम योजना के लाभार्थी हैं.

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विक्रमादित्य ने जैसे ही जाना कि जिले के कप्तान उनके सामने खड़े हैं, वे फफक कर रोने लगे. एसएसपी के ढांढस बढ़ाने पर उन्होंने अपनी समस्या बताई. दरअसल, कांशीराम योजना में उनका पड़ोसी उन्हें पीने का पानी लेने से रोक देता है. दिव्यांग विक्रमादित्य अपनी फरियाद लेकर जिला कचहरी पहुंचे थे.

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शिवपुर पुलिस ने तत्काल लिया एक्शन इतना सुनते ही एसएसपी ने वहीं खड़े-खड़े शिवपुर पुलिस को दिव्यांग बुजुर्ग की मदद करने का निर्देश दिया. अभी एसएसपी दिव्यांग से बात कर ही रहे थे कि कुछ देर में सूचना भी आ गई. शिवपुर पुलिस ने उस दबंग पड़ोसी को कांशीराम आवास योजना पहुंचकर सख्त चेतावनी दे दी. इसके बाद एसएसपी ने अपने स्टाफ को बुजुर्ग को घर तक छोड़कर आने के निर्देश दिए. इसके बाद वे वहां से रवाना हुए.

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इस घटना के बारे में पूछे जाने पर एसएसपी ने कहा कि उनका प्रयास रहता है कि फरियादी की समस्या तुरंत दूर हो. इसके लिए उन्होंने अपने डिपार्टमेंट के सभी लोगों को निर्देश दे रखा है. एसएसपी का दिव्यांग के प्रति यह सहानुभूति भरा रवैया और तुरंत कार्रवाई महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है. बता दें पिछले दिनों वाराणसी के दो दिन के दौरे पर आए डीजीपी ने भी पुलिस-पब्लिक के बीच कम्युनिकेशन गैप खत्म करने के निर्देश दिए थे. साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए थे कि थानों में आने वाले फरियादियों की आवभगत मेहमानों की तरह की जाए.