पटनाः पारिवारिक विवाद के बाद से ही घर-परिवार से दूर रह रहे तेजप्रताप यादव को आखिरकार नया ठिकाना मिल गया है. पटना के 2 M, स्ट्रैंड रोड का बंगला तेज प्रताप को आवंटित होने जा रहा है. भवन निर्माण विभाग ने बंगले के आंवटन के लिए अपनी सहमति दे दी है और अब विधानसभा अध्यक्ष की औपचारिक अनुमति मिलते ही बंगला तेज प्रताप के नाम से आवंटित हो जाएगा. तेज प्रताप यादव पिछले डेढ़ महीने से अपने घर नहीं गए हैं, मथुरा-वृंदावन की सैर से पटना वापस आने के बाद भी तेज प्रताप घर नहीं जा रहे हैं. तेज प्रताप यादव पिछले कई दिनों से सरकार से एक बंगला देने की मांग कर रहे थे. भवन निर्माण मंत्री से लेकर प्रधान सचिव तक से उनकी कई बार बात हो चुकी थी लेकिन बात नहीं बन पा रही थी.


इस दौरान तेज प्रताप बंगले के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कई बार फोन करने के बाद भी उनकी सीएम से बात नहीं हो पाई. पिछले एक हफ्ते के दौरान तेज प्रताप ने दो बार नीतीश कुमार को लेकर नरम रुख दिखाया, पहले पटना में कहा कि उनकी लड़ाई नीतीश से नहीं बल्कि बीजेपी-आरएसएस से है जबकि बुधवार को रांची में पिता से मिलने के बाद नीतीश को महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता दिया. आखिरकार इसका फायदा तेज प्रताप को मिल गया है और अब उन्हें बतौर पूर्व मंत्री पटना में एक सरकारी बंगला मिलने जा रहा है.


तेज प्रताप यादव को पहले से ही विधायक फ्लैट्स में आवास मिला हुआ है लेकिन तेज प्रताप बंगले की मांग पर अड़े हुए थे. तेज प्रताप ने भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी से बंगला देने की गुहार लगाई थी और साथ ही ये दावा किया था कि उनको पहले से मिले विधायक फ्लैट का उन्होंने कभी इस्तेमाल नहीं किया है इसलिए वो फ्लैट वापस लेकर उन्हें बंगला आवंटित किया जाए. भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने इसपर सहमति जताते हुए विधानसभा अध्यक्ष के पास भेज दिया है और जल्द ही 2 M, स्ट्रैंड रोड का बंगला तेज प्रताप को मिल जाएगा.



2 M, स्ट्रैंड रोड का बंगला फिलहाल सेंट्रल पूल का बंगला है यानी कि इसे सीनियर IAS-IPS और मंत्री स्तर के नेताओं को ही आवंटित किया जा सकता है. लेकिन भवन निर्माण विभाग इस बंगले को सेंट्रल पूल से हटाकर विधानसभा पूल में लाने की प्रक्रिया में जुट गई है. बंगला विधानसभा पूल में आते ही सीनियर विधायकों या पूर्व मंत्रियों को दिया जा सकेगा. ऐसा होते ही ये बंगला तेज प्रताप यादव को पूर्व स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते आवंटित कर दिया जाएगा.


हालांकि आरजेडी नेता दबी जुबान में सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं, उनका मानना है कि इस फैसले से परिवार की लड़ाई सार्वजनिक तौर पर खुलकर सामने आ जाएगी क्योंकि ये पहली बार होगा जब तेज प्रताप यादव पटना में ही परिवार से दूर एक अलग बंगले में रहेंगे.


तेज प्रताप यादव आज तक सिर्फ 1, अणे मार्ग (मुख्यमंत्री आवास) और 10, सर्कुलर रोड (राबड़ी आवास) में ही रहते आये हैं. यहां कि महागठबंधन की सरकार में बतौर स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप को मिले सरकारी बंगले का इस्तेमाल भी वो सिर्फ अपने छात्र संगठन के कामों के लिए ही करते थे.


सरकार के इस फैसले पर आरजेडी की नाराजगी देखने को मिल रही है, दबी जुबान में आरजेडी के नेता आरोप लगा रहे हैं कि एक तरफ लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी का बंगला खाली कराने के लिए सरकार हाईकोर्ट में लड़ाई लड़ रही है तो वहीं घर से अलग रह रहे तेज प्रताप यादव को नया बंगला देकर पारिवारिक कलह को जगजाहिर कर दिया गया है.


आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने आरोप लगाया कि सरकार फूट डालो राज करो की नीति पर काम कर रही है लेकिन उनकी यहां दाल नहीं गलने वाली. भाई वीरेंद्र ने दावा किया कि आरजेडी इन्टैक्ट है हालांकि उन्होंने माना कि पारिवार में थोड़ी-बहुत दिक्कत है साथ ही ये विश्वास जताया कि ये परेशानी सुलझ जाएगी. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि परिवार में ऑल इज़ वेल है.


वहीं जब सरकार के इस फैसले को लेकर भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी से बात की गई तो उन्होंने चुटकी लेने के अंदाज में कहा कि सरकार किसी को तकलीफ में नहीं देख सकती इसलिए तेज प्रताप की मांग मानी गई है. हालांकि जब उनसे बंगले को लेकर तेजस्वी यादव हो रही परेशानी पर पूछा गया तो उन्होंने जवाब नहीं दिया.


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