मुरादाबाद: मुरादाबद में एक व्यक्ति को सीएए का विरोध करने वालों को समझाना इतना भारी पड़ा कि पहले उसके साथ मारपीट की और जब इससे भी मन नहीं भरा तो उसका हुक्का पानी बन्द कर सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया. इस सबसे परेशान होकर पीड़ित पुलिस से न्याय की गुहार लगाने पहुंच गया. पुलिस अधिकारी जांच कराने और विधिक कार्यवाही की बात कह रहे हैं.
मामला मुरादाबाद के थाना मूंढापांडे के गांव सिरसखेड़ा के रहने वाले इदरीस अदमद एडवोकेट से व उनके परिवार से जुड़ा है. इदरीस ने शिकायत पत्र में लिखा है कि सिरसखेड़ा की चांद मस्जिद के ईमाम अनीस मियां सीएए और एनआरसी जैसे राष्ट्रीय मुद्दों पर लोगों को गुमराह कर नफरत फैलाने का कार्य कर रहे हैं. जब उन्होंने इमाम को ऐसा करने से मना किया तो इमाम अनीस मियां ने 13 जनवरी को लोगों को साथ लेकर उनके घर पहुंचकर उनके साथ व बेटे खाकान के साथ मारपीट की. इतना ही नहीं उनका हुक्का पानी बन्द करते अब उनका पूरे परिवार सहित सामाजिक व धार्मिक बहिष्कार भी कर दिया है. यहां तक कि इदरीस पर व उनके परिवार पर मस्जिद में नमाज पढ़ने व लोगों से बोलने और सामान खरीदने तक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. सामाजिक बहिष्कार के लिए बोले जाने का एक ऑडियो भी इदरीस द्वारा उपलब्ध कराया जिसमें भरी पंचायत में इदरीस के पूरे परिवार का हुक्का पानी बन्द कर बहिष्कार किये जाने की बात जामा मस्जिद के ईमाम साशिद के द्वारा बोली जा रही है. इसके अलावा भी कई आपत्तिजनक बातें उस ऑडियो में सुनाई दे रही हैं. पीड़ित इदरीस ने प्रार्थना पत्र देकर परिवार के साथ कोई अनहोनी न इसलिए दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है
जब गांव सिरसखेड़ा जाकर इस बात की तस्दीक करने की कोशिश की गई तो वहां का माहौल कुछ अजीब सा था. प्रधान निवास के बाहर ही लोग पंचायत के रूप में इकट्ठे थे और ईमाम अनीस मियां भी वहीं मौजूद थे. इस बाबत जब ईमाम से पूछा गया तो झगड़े की बात तो सही बताई लेकिन झगड़े का कारण सीएए या एनआरसी नहीं बल्कि झगड़े का कारण दोंनों के बीच मतभेद को बताया गया जो काफी दिनों से चल रहा है. ईमाम ने भी इदरीस के बेटे पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. पंचायत में मौजूद सिरसखेड़ा के प्रधान इकरार से जब इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सीएए और एनआरसीस इंटरनेशनल मामला है. उसको लेकर उनके गांव में कोई बात नहीं हुई बल्कि जो इमाम साहब ने बताई है वो ही बात है. इदरीस के बेटे ने ईमाम साहब पर हाथ उठाया है जिसको लेकर नाराजगी है. बात पुलिस में भी पहुंच गई है लेकिन आपस में निपटाने की कोशिश की जाएगी. इसके अलावा वहां पहले से ही पंचायत में मौजूद सिरसखेड़ा के जामा मस्जिद के ईमाम राशिद ने तो इदरीस के बहिष्कार के साथ साथ ये तक कह डाला कि ऐसे लोगों का बहिष्कार होना चाहिए ऐसे ही लोग जेहादी आतंकवादी होते हैं.
मामला सीएए का समर्थन करने पर एक शख्स का परिवार सहित सामाजिक व धार्मिक बहिष्कार से जुड़ा है तो पुलिस अधिकारी का भी कहना है कि इस संबंध में जो शिकायत मिली है उसकी जांच कराई जा रही है. इस पर उचित कार्यवाही की जाएगी.