लखनऊ: केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने बीएसपी सुप्रीमों मायावती को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि दलित वोटों पर सिर्फ मायावती का अधिकार नहीं है, उन्हें एनडीए में शामिल हो जाना चाहिए इससे वे दलितों का ज्यादा विकास कर सकेंगी. बता दें कि रामदास अठावले भी दलित नेता के रूप में जाने जाते हैं और महाराष्ट्र की रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हैं. उन्होंने कहा कि अगर मायावती एनडीए में शामिल होती हैं तो वह, मायावती और रामविलास पासवास मिलकर केन्द्र सरकार से दलितों की हित के लिए ज्यादा पैसे ले सकेंगे.


अठावले ने कहा कि अगर मायावती साथ आती हैं तो एनडीए यूपी में 80 सीटें जीत लेगी. हालांकि अठावले ने यूपी में एसपी-बीएसपी गठबंधन से बीजेपी को खतरा बताया है. उन्होंने कहा कि अगर ये गठबंधन होता है तो एनडीए को 25 से 30 सीटों का घाटा होगा. बता दें कि कुछ दिनों पहले हुए यूपी उपचुनाव में एसपी-बीएसपी गठजोड़ की वजह से बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था. योगी आदित्यनाथ अपनी गोरखपुर लोकसभा सीट भी नहीं बचा पाए थे.


वहीं हाल ही में यूपी सरकार ने एक आदेश जारी कर कहा कि सभी सरकारी दस्तावेजों में बीआर अम्बेडकर के मिडिल नेम में "रामजी" लिखा जाए. इसकी वजह से विपक्ष ने योगी सरकार की काफी आलोचना की. अठावले ने इस मामले में योगी सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. बाबा साहेब के पिता का नाम रामजी था इसलिए उनके नाम के साथ पिता का नाम लिखने के फैसले का स्वागत किया जाना चाहिए.


हाल फिलहाल में बीजेपी शासित राज्यों से दलितों पर अत्याचार और हिंसा की कई घटनाए सामने आई हैं लेकिन अठावले का कहना है कि इसके लिए बीजेपी जिम्मदार नहीं है. पिछले साल गुजरात के उना और यूपी के सहारनपुर से दलितों पर अत्याचार करने की घटना सामने आ चुकी है. उन्होंने कहा कि दलितों पर सिर्फ मायावती का अधिकार नहीं है, दलितों पर उनका भी अधिकार है.