मीरजापुर: बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि अब गठबंधन में फूट डालो राज करो की नीति नहीं चलेगी. मायावती ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "अखिरी चरण के चुनाव में बीजेपी चिंतित है. इनकी सरकार जाने वाली है. इसीलिए इन्होंने गठबंधन को कमजोर करने के लिए भ्रम पैदा करने की कोशिश की है. इसमें इनको सफलता नहीं मिली है, जिससे ये दुखी हैं. अब गठबंधन में फूट डालो राज करो की नीति नहीं चलेगी. यह लंबा चलने वाला सामाजिक परिवर्तन का महागठबंधन है."


उन्होंने कहा, "अब आखिरी चरण और बेहतर होगा, अब बीजेपी परेशान है. इनके लटके चेहरे बता रहे हैं कि बीजेपी एंड कंपनी के बुरे दिन 23 मई से आ रहे हैं. इसके बाद योगी के भी मठ जाने की तैयारी शुरू हो जाएगी."


मायावती ने कहा, "मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव में गरीब, कमजोर व मध्यम वर्ग के लिए जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हो सके. बड़े पूंजीपतियों व धन्ना सेठों को बचाने के लिए उनकी चौकीदारी करनी पड़ रही है. देश के किसान समस्याओं को लेकर दुखी हैं. आवारा जानवरों ने इनको और परेशान किया है. बीजेपी सरकार में भी जातिवादी व पूंजीपति सोच की वजह से गरीबों, दलितों और आदिवासियों का कोई विकास नहीं हो सका है. पूरे देश में दलितों, आदिवासियों व पिछड़ों का आरक्षण का कोटा अधूरा है."


उन्होंने कहा, "आजादी के बाद लंबे अरसे तक कांग्रेस बहुमत में रही, मगर देश का सही दिशा में विकास नहीं हो सका. कानून का भी लाभ दलितों और पिछड़ों को नहीं मिल सका. डॉ़ आंबेडकर ने कहा था कि सही मायनों में कानून का फायदा लेना है तो केंद्र में सत्ता की चाबी अपने हाथ में लेना होगा. इसके बाद बसपा का गठन हुआ और फिर सपा का गठन हुआ है. आज बीजेपी जो कर रही है, उसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. केंद्र में आरएसएस वादी सांप्रदायिक व पूंजीवादी बीजेपी भी सत्ता से दूर चली जाएगी."


इस मौके पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, "देश ने पांच साल दिल्ली और दो साल यूपी का देखा है. लोगों ने तकलीफ और परेशानी झेली है. आप इसी दिन का इंतजार कर रहे थे कि कब मौका आएगा. माताएं-बहनें बैठी हैं, इनको पेंशन मिलती थी, जिसे सरकार ने छीन ली. बीजेपी एक जवान से घबरा गई. चुनाव लड़ने नहीं दिया. सरकार जवाब नहीं देना चाह रही. उनके लिए बुलेट प्रूफ जैकेट चाहिए बुलेट ट्रेन नहीं."


उन्होंने कहा, "आप प्रधानमंत्री के पड़ोसी जिले के लोग हैं, लेकिन विकास से दूर हैं. संविधान से आपको जो हासिल था, वह मंत्री और प्रधानमंत्री ने छीन लिया. नौकरी रोजगार जो मिलता था, वह नहीं मिल रहा."