पटना: बिहार की राजधानी पटना के छोटकी खरवां गांव के रहने वाले आदर्श ने उस सपने को हासिल कर लिया जिसे उन्होंने आठवीं क्लास से संजो रखा था. बोर्ड एग्जाम्स में मैथ्स में 100 में 100 पाने वाले आदर्श को इस सब्जेक्ट से बेहद लगाव हो गया था. जब कभी मैथ्स से जुड़ा कॉम्पिटीशन हुआ तो उन्होंने कोई मौका नहीं छोड़ा. आज उसी का नतीजा है कि पहली बार में आईआईटी पास किया और पहली बार में ही गूगल में नौकरी हासिल कर ली. उन्हें 1.16 करोड़ रुपये का पैकेज मिला है.

गूगल में जगह पाना बड़ा सम्मान: आदर्श

आदर्श कहते हैं है कि मैथ्स के प्रति उनकी रूचि काफी गहराई तक थी. जब गूगल से बुलावा आया तो उन्हें कोई अचरज नहीं हुआ क्योंकि वे जानते थे कि गूगल उन्हें ज़रूर चुनेगा. जब उनसे पूछा गया कि गूगल में नौकरी पाने और एक करोड़ रुपये का पैकेज पाने में बड़ी बात है तो आदर्श ने बड़े गर्व से कहा उनके लिए गूगल में जगह पाना बड़ा सम्मान है.

पिता चाहते थे कि यूपीएससी पास करें आदर्श

बिहार में यूपीएससी का क्रेज़ है. पिता भी चाहते थे कि आदर्श यूपीएससी पास करके डीएम-एसपी बने. लेकिन आदर्श ने कहा कि डीएम-एसपी बनने से बड़ी बात गूगल में नौकरी पाना है. आदर्श ने इसके लिए कड़ी मेहनत की. नौवीं क्लास में ही उन्होंने ठान लिया था कि इंजीनियर बनना है. वहीं से आदर्श ने आईआईटी की तैयारी शुरू कर दी थी.

फिल्मों से प्रेरणा लेते हैं आदर्श

आदर्श कहते हैं, ''जो भी करो मन लगा कर करो..चाहे फिल्म देखो, गेम्स खेलो या पढ़ाई करो.'' आदर्श को फिल्में देखना बहुत पसंद है. वे फिल्मों से प्रेरणा लेते हैं. हॉलीवुड फिल्म 'ट्रांसफॉर्मर' के डायलॉग 'तुम कौन हो और तुम यहा क्यों हो' (हु आर यू एंड व्हाई आर यू हियर) से वे बहुत प्रभावित हुए थे.

गूगल में नौकरी पाने वाले आदर्श ने बारहवीं तक की पढ़ाई बीडी पब्लिक स्कूल से पूरी की. इसके बाद आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उन्होंने अपने कॉलेज प्लेसमेंट से मिली नौकरी को छोड़ कर गूगल का ऑफर स्वीकार किया. आदर्श कहते है, ''गूगल की नौकरी कोई चौकाने वाली बात नहीं थी लेकिन परिवार वालों की बधाइयां मिलती हैं तो पता चलता है की उन्होंने क्या हासिल किया है.''