नई दिल्ली: केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. उनके ताजा बयान ने बिहार का सियासी पारा चढ़ा दिया है. उनके इस बयान का असर इतना हुआ कि बिहार में सहयोगी जेडीयू ने उन्हें फटकार लगा दी. गौरतलब है कि बिहार में जेडीयू और बीजेपी गठबंधन की सरकार है.

दरअसल बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने राम मंदिर के मसले पर अल्पसंख्यकों को धमकी भरे लहजे में कहा कि जो लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं वे समर्थन में आ जाएं वरना 100 करोड़ हिंदू नाराज हो जाएंगे. अगर ये नफरत ज्वाला में बदल गई तो सोचें फिर क्या होगा? इस दौरान उन्होंने कहा, "मैं सनातन धर्म के लिए बीजेपी, मंत्री पद और सांसद पद छोड़ सकता हूं." गिरिराज सिंह इस तरह के बयान का क्या सियासी असर होता है ये देखना दिलचस्प होगा.

उधर चर्चा है कि बिहार में दो डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं. फिलहाल बीजेपी कोटे से सुशील मोदी डिप्टी सीएम पद संभाल रहे हैं. अटकलें हैं कि दूसरा डिप्टी सीएम भी बीजेपी कोटे से ही होगा और इसमें गिरिराज सिंह का नाम आ रहा है. इसके पीछे बीजेपी की रणनीति छिपी है. दरअसल बिहार में एससी-एसटी एक्ट को लेकर सवर्ण वोटर बीजेपी से नाराज चल रहे हैं. ऐसे में बीजेपी को एक ऐसा नेता चाहिए जो इनकी नाराजगी को दूर कर सके.

गिरिराज सिंह के विवादित बयान को लेकर जेडीयू ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें फटकार तक लगा दी. नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने कहा कि गिरिराज सिंह समाज को बांटना चाहते हैं. जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा, ''ये देश सबका है और गिरिराज सिंह जैसे नेता ऐसे बयान देकर समाज और देश को बांटना चाहते हैं. गिरिराज सिंह मीडिया की डार्लिंग हैं, इसीलिए ये ऐसे बयान देकर खबरों में बने रहते हैं. गिरिराज सिंह को बेरोजगारी, महंगाई पर बात करनी चाहिए.'' उन्होंने कहा, ''गिरिराज सिंह को इतिहास पढ़ने की जरूरत है क्योंकि अगर वो इतिहास पढ़ लेते तो बख्तियारपुर का नाम बदलने की बात नहीं करते. सिंह के पास अपना कोई वोट नहीं है.''

दूसरी बात ये भी है कि नीतीश और गिरिराज में कई मौकों पर तल्खी दिख चुकी है. दरभंगा में मोदी चौक नाम को लेकर एक हत्या हुई तो गिरिराज ने बिहार सरकार पर सवाल खड़े किए. अश्विनी चौबे के बेटे वाले मामले में भी गिरिराज, नीतीश की लाइन से अलग दिखे थे. अब आने वाले वक्त में बिहार में क्या सियासी गुल खिलेगा, इसपर सब की नजरें टिकी हैं.