लखनऊ: यूपी में गंगा, यमुना समेत कई अन्य सहायक नदियां उफान पर हैं और उनका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में प्रशासन इन नदियों के आस पास के इलाकों को खाली करा रहा है और हालात की गंभीरता को देखते हुए अभी से राहत और बचाव के काम शुरु कर दिए गए हैं.
वाराणसी की स्थिति
वाराणसी में गंगा का जलस्तर 8 सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. सोमवार रात जलस्तर खतरे के निशान से 2.54 मीटर नीचे था. पानी ने मणिकर्णिका घाट के शवदाह स्थल को अपनी चपेट में ले लिया है जिसके कारण घाट के पास की गलियों में शवदाह किया जा रहा है.
बाराबंकी का हाल
यूपी के बाराबंकी में घाघरा नदी उफान पर है. वहीं नेपाल से जो पानी छोड़ा गया है जो करीब एक दर्जन गावों में घुस गया है. हाल ये है कि काफी घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. लोगों का आरोप है कि अभी तक यहां कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा है. लोगों ने बताया कि प्रशासन की ओर से तिरपाल पहुंचाए गए हैं लेकिन खाने पीने की स्थिति ठीक नहीं है.
जालौन का हाल
जालौन में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. कई जगहों के संपर्क मार्ग टूट गए हैं और लोग नावों से सफर कर रहे हैं. लोगों ने कहा कि अंधेरे में काफी परेशानी हो रही है लेकिन प्रशासन उनकी सुध नहीं ले रहा है. हालांकि प्रशासन और स्थानीय विधायक नरेंद्र सिंह ने दावा किया कि बाढ़ से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
गाजीपुर की स्थिति
गंगा नदी का पानी यहां 7 सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. नदी के किनारे वाले इलाके में पानी भरने लगा है. हालांकि जलस्तर में वृद्धि को देखकर बाढ़ खंड के अधिकारी व कर्मचारी सतर्क हो गए हैं. माना जा रहा है कि आने वाले एक दो दिनों में गंगा खतरे के निशान तक पहुंच जाएगी.