Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने में कुछ ही घंटे बाकी है लेकिन इससे पहले एग्जिट पोल के आंकड़े केंद्र में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं. 40 लोकसभा सीटों वाले बिहार में भी एनडीए को जबरदस्त जीत मिलती दिखाई पड़ रही है. एबीपी न्यूज-नीलसन के एग्जिट पोल में बिहार में एनडीए 34 सीटें जीत सकती है. महागठबंधन महज छह सीटों पर हारती नजर आ रही है. महागठबंधन में आरजेडी के टिकट पर मधेपुरा से चुनाव लड़ रहे सीनियर नेता शरद यादव और कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव लड़ रहे ‘बिहारी बाबू’ शत्रुघ्न सिन्हा चुनाव हार सकते हैं. वहीं बिहार की सबसे ‘हॉट सीट’ मानी जा रही बेगूसराय में कांटे की टक्कर है लेकिन गिरिराज सिंह को बढ़त की उम्मीद है.


गौरतलब है कि बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में चुनाव हुए. एग्जिट पोल के आंकड़े इस बात का संकेत दे रहे हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी होने से सीटों का फायदा हो रहा है. पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए को 31 मिली थीं. इस बार वह 34 सीट जीतता दिख रहा है. यानी तीन सीटों का फायदा होता दिख रहा है. एनडीए में जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी शामिल हैं. जेडीयू और बीजेपी ने बराबर-बराबर सीटों पर इस बार चुनाव लड़ा और एलजेपी के खाते में छह सीटें दी गई थी.


बिहार की जिन तीन सीटों का जिक्र किया गया है उनपर सबकी नजरे हैं. मधेपुरा सीट पर शरद यादव का मुकाबला जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव और जेडीयू के दिनेश चंद्र यादव से है. दिनेश चंद्र यादव के जीतने का अनुमान है. वहीं जब पटना साहिब से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को मैदान में उतारा, इससे ये साफ हो गया कि शत्रुघ्न सिन्हा का पत्ता कट गया. इसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस में शामिल हो गए और उन्हें टिकट भी दे दिया गया. शत्रुघ्न सिन्हा जीत का दावा कर रहे हैं और उनके लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पटना साहिब में रोडशो भी किया लेकिन एग्जिट पोल के आंकड़े उनका साथ नहीं दे रहे हैं.


वहीं बेगूसराय सीट पर कांटे की टक्कर है लेकिन गिरिराज सिंह रेस में आगे माने जा रहे हैं. इस सीट की बीते चुनाव में काफी चर्चा हुई. महागठबंधन में जगह नहीं मिलने के बाद सीपीआई ने जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अध्यक्ष कन्हैया कुमार को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया. वहीं आरजेडी ने पिछले चुनाव में नंबर दो पर रहे सीनियर नेता तनवीर हसन को दोबारा टिकट दिया. एनडीए में सीट बंटवारे के बाद नवादा सीट एलजेपी के खाते में चली गई इसलिए बीजेपी ने गिरिराज सिंह को बेगूसराय से मैदान में उतारा. इन तीन चेहरों की वजह से यहां कांटें की टक्कर है लेकिन बीजेपी रेस में आगे होने की उम्मीद है.