जम्मू: वरिष्ठ नेता शरद यादव ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा को भंग किया जाना ‘लोकतंत्र की हत्या’ है. जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार रात अचानक राज्य विधानसभा भंग कर दी. इससे कुछ ही देर पहले पीडीपी ने विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के समर्थन से सरकार गठन का दावा किया था.

महबूबा मुफ्ती नीत गठबंधन सरकार से बीजेपी के अलग होने के बाद राज्य विधानसभा 19 जून से निलंबित चल रही थी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) से 2016 में अलग होने के बाद शरद यादव ने लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) नाम से अपनी पार्टी बनायी और वर्तमान में वह इसका नेतृत्व कर रहे हैं.

शरद यादव ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर में विधानसभा भंग कर लोकतंत्र की हत्या की गयी है. विधानसभा भंग किये जाने के कदम का मैं विरोध और निंदा करता हूं.’’ सात बार सांसद रहे शरद यादव ने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टियों ने एकजुट होकर सरकार गठन का दावा पेश किया. ऐसे में राज्यपाल की कार्रवाई स्पष्ट रूप से पक्षपातपूर्ण है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को ना तो संविधान की परवाह है और ना ही वह देश के विभिन्न संस्थानों के प्रति सम्मान रखती है.

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