पटना: देश भर में लॉक डाउन के बाद दिल्ली और दूसरे शहरों में फंसे बिहार के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की अपील बिहार के सीएम नीतीश कुमार से प्रशान्त किशोर ने ट्वीट कर की है. प्रशान्त किशोर ने लिखा कि "दिल्ली और अन्य कई जगहों पर बिहार के सैकड़ों गरीब लोग #lockdown की वजह से फंसे हुए हैं. नीतीश कुमार जी, जब दुनिया भर की सरकारें अपने लोगों की मदद कर रही हैं, बिहार सरकार इनलोगों को इनके घरों तक पहुंचाने अथवा जहां ये लोग हैं वहीं कुछ फ़ौरी राहत की व्यवस्था क्यों नहीं कर रही है?

प्रशान्त किशोर ने इसके पहले नरेंद्र मोदी के देशव्यापी लॉक डाउन पर सवाल उठाए थे. प्रशान्त किशोर ने कहा था कि "इसका भी कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि समुचित परीक्षण, अलगाव और उपचार के उपायों के बगैर केवल 21 दिन का #Lockdown #Covidspread रोक सकता है. इसके अलावा, एक बुरी तरह से निष्पादित लॉकडाउन अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकता है, जबकि यह निश्चित रूप से लाखों लोगों के जीवन और आजीविका को नष्ट कर दे"

प्रशान्त किशोर ने तल्ख लहजे में कहा कि जैसे दिल्ली या दूसरे राज्यों ने अपने दिल्ली स्थित भवनों का दरवाजा खोल दिया है. बिहार के सीएम को भी ठोस कदम उठाना चाहिए. ईरान या इटली से लोगों को बुलाया जा रहा है तो बिहार के लोगों को आसरा क्यों नहीं मिल रहा. इस मामले में ट्विटर पर कैम्पेन भी चल पड़ा है.

प्रशान्त किशोर ने नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू के दिन शाम में ताली बजाने , घण्टी बजाने और बर्तन पीटने पर चुटकी भी ली थी. उन्होंने लिखा था, #COVID19 से लड़ने में सबसे आगे रहने वाले लोगों के प्रति सम्मान और एकजुटता व्यक्त करने के लिए #5minute5baje था, लेकिन कई लोगों ने इसे संगीतमय मामला बना दिया! अप्रत्याशित व्यवधान के कारण प्रतिदिन तेजी से बढ़ते मामले और लाखों पीड़ितों के लिए यह पीड़ा के दिन हैं.

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