पटना: कोरोना वायरस के खौफ की आड़ में बिहार के एक एमएलसी रीतलाल यादव ने जेल में बंद कैदियों को पेरोल पर छोड़ने की बात कही है. आज विधान परिषद परिसर में कैदी वाहन से कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे थे.

रीतलाल यादव ने कहा "जेल में बंद कैदियों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. "सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए रीतलाल यादव ने कहा की जेल में बंद कैदी किसी ना किसी के परिवार के सदस्य ही हैं, फिर सरकार उनके बारे में क्यों नहीं सोच रही है.

रीतलाल यादव ने मांग की है कि कैदियों न्यायालय पेरोल दें. उन्होंने कहा, "हम राज्य सरकार और केंद्र सरकार के साथ न्यालय से भी मांग करेंगे कि कैदियों को उन्हें उनके अपराध के अनुसार जमानत मिले. कैदियों में कोरोना के मन में वजह से लेकर काफी डर बना हुआ है. कोरोना के डर से जेल में कैदी खाना नहीं खा रहे हैं. जेल में एक सेल में 40 कैदियों को रखा जाता है. हम सरकार इस बात की मांग करेंगे कि जल्द से जल्द कैदियों को रिहा किया जाए."

इसके पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मांग की थी कि सरकार कैदियों के बारे में भी विचार करे. मांझी ने ट्वीट में लिखा था. "माननीय मुख्यमंत्री जी सही में अगर कोरोना इतना खतरनाक है तो 400 लोगों की क्षमता वाले जेलों 1700 लोगों को क्यों रखा है? क्यों नहीं शराबबंदी कानून के तहत जेल जाने वाले लोगों को रिहा कर देते हैं?"

बता दें कि बिहार के जेल में बंद कैदियों से मिलने वालों पर फिलहाल रोक लगाई गई है. रीतलाल यादव पर गंभीर मामले चल रहे हैं. यह वहीं एमएलसी हैं जिन्होंने अपनी बहन की शादी के कार्ड पर शादी समारोह में बंदूक नहीं लाने का आग्रह किया था.

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