पटना: पांच राज्यों के चुनाव परिणामों में जीत से गदगद कांग्रेस ने देशभर में महागठबंधन बनाने की कवायद तेज कर दी है. इसी क्रम में आज कांग्रेस के कद्दावर नेता अहमद पटेल ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के मुखिया उपेंद्र कुशवाहा से उनके दिल्ली स्थित आवास में मुलाकात की. बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे से नाराज उपेंद्र कुशवाहा ने खुद को एनडीए से अलग कर लिया था. अब कांग्रेस उपेंद्र कुशवाहा को अपने पाले में लाकर महागठबंधन को साकार रूप देने की कोशिश कर रही है.





इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी के तीन विधायकों ने पार्टी में विद्रोह करते हुए एनडीए के साथ जाने का फैसला किया. जिसमें विधानसभा सदस्य सुधांशु शेखर और ललन पासवान शामिल हैं. एक विधान परिषद सदस्य संजीव श्याम सिंह ने भी उपेंद्र कुशवाहा का साथ छोड़ दिया. बिहार विधानसभा में आरएलएसपी के मात्र 2 विधायक हैं. साथ ही इन तीनों ने पार्टी पर भी अपना दावा किया है. बागी विधायकों ने पार्टी सिंबल, दफ्तर पर दावा ठोका. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो निर्वाचन आयोग का भी दरवाजा खटखटाएंगे.


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वहीं कांग्रेस ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शक्ति प्रदर्शन के लिए विपक्ष के कई प्रमुख नेताओं को बुलावा भेजा है. इन शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी, एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और जम्मू कश्मीर के नेता फारूक अब्दुल्ला समेत कई नेता इस मौके पर उपस्थित हो सकते हैं.



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