लखनऊ : योगी आदित्यनाथ के आदेश के बावजूद यूपी के कई मंत्रियों ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है. योगी की 16 अप्रैल की नयी डेडलाईन भी बेकार गयी. अब सीएम ने चिट्ठी लिख कर मंत्रियों से कहा है कि 'बात नहीं मानी तो एक्शन लूंगा.'

पहला फैसला था कि सभी मंत्री अपनी संपत्ति का ब्योरा देंगे

गौरतलब है कि 19 मार्च को शपथ लेने के बाद योगी सरकार का पहला फैसला था कि सभी मंत्री अपनी संपत्ति का ब्योरा देंगे. 15 दिनों की डेडलाईन भी तय कर दी गई. लेकिन, पांच अप्रैल तक योगी के सिर्फ 13 मंत्रियों ने ही अपना ब्योरा दिया.

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फिर सीएम ने 13 तारीख को चिट्ठी अपने सभी मंत्रियों को लिखी

फिर सीएम ने 13 तारीख को चिट्ठी अपने सभी मंत्रियों को लिखी. योगी के तेवर इस बार बदले हुए थे. लेकिन, उनके मंत्री जी नहीं बदले. 16 अप्रैल की तारीख बीत जाने के बावजूद अब भी कुछ लोगों ने अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं भेजा है.

चिट्ठी में योगी ने बताया है कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं

योगी ने मंत्रियों से और भी बहुत कुछ कहा है. उन्हें भेजी चिट्ठी में योगी ने बताया है कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं. जैसे बड़े बड़े होटलों वाली पार्टियों से दूर रहे, ठेका पट्टा और ट्रांसफर पोस्टिंग से दूर रहे. किसी अफसर की पैरवी ना करें.

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नाते रिश्तेदारों को मंत्रालय के काम काज से दूर रखें

अपने नाते रिश्तेदारों को मंत्रालय के काम काज से दूर रखें. ऐसे लोगों को अपना निजी स्टाफ ना बनाएं, हूटर-सायरन के इस्तेमाल से बचें. अपने घर ऑफिस में जनता से जरूर मिलें और उनकी शिकायतें सुने. कोई ऐसा आचरण ना करें, जिस से बीजेपी सरकार की छवि खराब हो. साथ ही अपने यहां जो भी कार्यक्रम करें वो सादगी से हो.