आगरा: जिले में आए भयंकर तूफान ने सब कुछ हिला कर रख दिया. इस आपदा ने 44 लोगों की जान ले ली और करोड़ों रुपये की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया. सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा दोनों ही आगरा में पीड़ितों से मिले और हाल जाना.


शनिवार सुबह योगी आदित्यनाथ एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे और घायलों का हाल जाना. वे शुक्रवार की शाम में ही आगरा पहुंच गए थे. समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी लगातार सीएम ने ना होने पर सवाल उठा रहे थे. सभी का कहना था कि प्रदेश आपदा से जूझ रहा है जबकि सीएम चुनाव प्रचार कर रहे हैं.



तूफान ने पशु-पक्षियों पर भी बरसाया कहर, सैकडों की तादाद में हुई मौत

सुबह उठ कर उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की जिसके बाद घायलों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे. यहां पर सीएम ने मरीजों से बातचीत की, उनका हाल जाना और मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए.


इसके बाद वो खेरिया हवाई अड्डे पहुंचे और तूफान प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए रवाना हो गए.


उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भी जाना पीड़ितों का हाल



उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी पीड़ित परिवारों से मिले और घायलों का हाल जाना. उन्होंने अधिकारियों से घायलों की हर संभव मदद करने को कहा. उन्होंने डॉक्टरों को भी निर्देश दिए कि पीड़ितों का बेहतर इलाज किया जाए.


यूपी से टला नहीं है आंधी-तूफान का खतरा, केन्द्र से मांगी 153 करोड़ की मदद

सबसे पहले डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा लाव लश्कर के साथ खेरागढ़ तहसील पहुंचे और मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये के चैक बांटे. उन्होंने कहा कि जिनके पशु मर गए हैं, जिनकी फसलों का नुकसान हुआ है उन्हें भी मुआवजा दिया जाएगा.


आगरा का हाल बेहाल


आपको बता दें कि अकेले आगरा में तूफान के कारण 44 लोगों की मौत हो गई है. खैरागढ़ तहसील में 21 लोगों की जान गई है. एबीपी न्यूज़ की टीम तूफान प्रभावित इलाकों में पहुंची और हालातों का जायजा लिया. कई गांवों में बिजली के खंबे उखड़ गए जिसके कारण पिछले दो दिनों से यहां बिजली नहीं है.


उत्तर भारत के कई राज्यों में आज भी आंधी-तूफान की चेतावनी है. गृह मंत्रालय ने यूपी, बिहार समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है. दो दिन पहले आए आंधी-तूफान में 124 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.



आगरा में मौसम के मद्देनजर 72 घंटे का अलर्ट


मौसम विभाग ने मौसम के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सोमवार तक अगले 72 घंटे का अलर्ट जारी किया है. आगरा के जिला मजिस्ट्रेट गौरव दयाल ने किसी भी आपदा के प्रबंधन के लिए विस्तृत एडवाइजरी जारी की है. यह चेतावनी बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात शहर में 132 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी तूफान के साथ आई भारी बारिश व ओलावृष्टि के बाद जारी की गई.


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इस आंधी-तूफान में 44 लोगों की मौत हो गई और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हो गया. एसएन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने 44 शवों का पोस्टमार्टम किया है. मृतकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. एक अधिकारी ने कहा कि आगरा में 20 दिनों में दो विनाशकारी तूफान आए हैं. करीब 1,400 से ज्यादा गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप है.


ट्रेनें अभी भी देर से चल रही हैं. ताजमहल सहित ऐतिहासिक इमारतों को व्यापक तौर पर नुकसान पहुंचा है. ताज की मीनारों के दो लड़की के दरवाजे क्षतिग्रस्त हुए हैं और परिसर में कई पेड़ गिर गए हैं. डिविजनल कमिश्नर के.राम मोहन राव व दयाल ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा किया और व्यवस्थाओं की समीक्षा की.