पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव में आठ से नौ महीने बाकी हैं, लेकिन नेताओं के दल बदलने के संकेत अभी से मिलने शुरू हो गए हैं. नीतीश की पार्टी के विधान परिषद के सदस्य और पूर्व मंत्री जावेद इकबाल रांची में सजा याफ्ता लालू यादव से मुलाकात करने पहुंच गए. जिसके बाद उनके आरजेडी में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं.

चारा घोटाला में सजा काट रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से मिलने पहुंचे जेडीयू के एमएलसी जावेद इकबाल ने सबको चौंका दिया. बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस मुलाकात के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. जावेद ने लालू यादव से मुलाकात के बाद बिहार में सत्ता परिवर्तन के भी संकेत दिए हैं.

लालू यादव से मिलकर बाहर निकले जनता दल यूनाइटेड के एमएलसी जावेद इकबाल ने कहा, "करीब एक साल से मेरी कोशिश थी कि लालू यादव से मुलाकात हो और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ले सकूं." उन्होनें कहा, "फिलहाल लालू यादव कमजोर लग रहे हैं उनकी सेहत अच्छी नहीं है, मैंने लालू जी को सेहत पर ध्यान देने को कहा हैं."

वहीं आगामी बिहार चुनाव को लेकर उन्होंने कहा, "बिहार में अभी दो धाराएं बह रही हैं. एक बीजेपी की तो दूसरी राष्ट्रीय जनता दल की. जेडीयू में होते हुए लालू यादव से मुलाकात करने के सवाल पर जावेद ने कहा, "मैं जदयू में हूं, लेकिन मैं हमेशा से लालू यादव से मुलाकात करता रहा हूं."

जावेद ने आगे कहा, "अभी बिहार को युवा नेतृत्व की जरूरत है, नीतीश कुमार भी अच्छे लीडर थे लेकिन अभी नीतीश कुमार की क्या स्थिति है ये किसी से छुपा हुआ नहीं है. मेरा राजनीतिक जीवन लालू यादव की देन है" बता दें कि जावेद इकबाल अंसारी जीतन राम मांझी के मंत्रिमंडल में मंत्री बनाए गए थे.

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